मनावर (मप्र.) शाहनवाज शेख – शनिवार को देशभर के साथ साथ मनावर में भी श्री गणेश विसर्जन का पर्व धूमधाम से मनाया गया, जो गणेश चतुर्थी उत्सव का अंतिम चरण होता है। इस दिन भक्त, भगवान गणेश की मूर्ति को जल में विसर्जित करते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। यह दिन श्रद्धा, प्रेम और आस्था का प्रतीक है। हर साल इसी दिन गणपति बप्पा को विदाई दी जाती है और उनका विधिवत विसर्जन किया जाता है। गणेश महोत्सव के इस अंतिम दिन गणपति की आखिरी पूजा भी होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन से पहले उत्तर पूजा का विधान है। यह बप्पा को सम्मानपूर्वक विदाई देने और उनसे अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगने का विशेष अनुष्ठान है। इसमें पंचोपचार पूजा की जाती है, जिसमें गणपती जी को गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, मोदक और दूर्वा अर्पित किए जाते हैं। गणपति विसर्जन से पहले भगवान गणेश से क्षमा प्रार्थना करना आवश्यक है। उनसे अपनी भूल-चूक के लिए क्षमा मांगें और उनके आशीर्वाद से सुख-समृद्धि की कामना करते है।
नगर में भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन
नगर की इंदौर विद्या विहार हाई स्कूल (AIVV) सहित सभी संस्थानो, पंडालों और घरों पर विराजमान भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया गया। इस दौरान समाजजन अपने अपने संसाधनों से ढोल ताशे बजाते हुए श्री गणेश प्रतिमाओं को नगर की मान नदी ले जाकर विधिवत पूजा अर्चना के साथ विसर्जन किया। विसर्जन के लिए नगर पालिका द्वारा नदी के बीच विशेष व्यवस्था की गई थी।
गणेश विसर्जन का महत्व बताया
AIVV की प्रिंसिपल अलका सोलंकी ने गणेश विसर्जन का महत्व बताते हुए कहा कि गणेश विसर्जन केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि जीवन के गहरे संदेश को दर्शाता है। भक्त ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों के साथ बप्पा से पुनः आने की प्रार्थना करते हैं। मान्यता है कि विसर्जन के साथ ही भगवान गणेश अपने भक्तों के दुख और विघ्न हर लेते हैं। गणेश चतुर्थी पर हम भगवान गणेश को प्राण-प्रतिष्ठा के साथ आमंत्रित करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन सम्मानपूर्वक जल में विसर्जित कर प्रकृति को वापस लौटा देते हैं।
आकर्षण सज्जा के साथ निकली झाकियां
मनावर में पिछले 33 वर्षों से अनंत चतुर्दशी पर झाकियां निकाली जा रही है। जिसमें नगर के अलग अलग एरियो से आकर्षण सज्जा के साथ श्री गणेश, भगवान शिव, माता पार्वती, ओर अन्य भगवानों की प्रतिमाएं बनाई जाकर, रंगीन रोशनी के साथ झाकियां निकाली जाती है। जिसे देखने नगर के साथ साथ आसपास सटे गांव के लोग भी हजारों की तादात में मनावर की सड़कों पर नजर आते है। यह सभी झाकियां अनाज मंडी प्रांगण धार रोड से निकलकर गांधी चौराहे, मेन बाजार, क्रांति चौपाटी होते हुए नगर में जाती है। यह मजमा रात भर चलता है। झाकियों के आगे ढोल नगाड़े और भजन ध्वनि बजती नजर आती है।
पुलिस प्रशासन की व्यवस्था
सुरक्षा और सुविधाओं की दृष्टि से मनावर पुलिस, प्रशासन, विद्युत विभाग, नगर पालिका आदि विभागों के अधिकारी ओर कर्मचारी व्यवस्थाओं में लगे रहे। यातायात प्रभारी कन्नौजे ने नगर से गुजरने वाले आवागमन के साधनों को देर रात कुछ समय के लिए नगर से बाहर ही रोक दिया ताकि चलित झाकियों के बीच बाधा उत्पन्न न हो। पुलिस का दल भीड़ वाले इलाके सहित लगातार नगर भ्रमण पर रहा।