इंदौर की ऐतिहासिक उपलब्धि: वर्ल्ड के टॉप वेटलैंड शहरों की लिस्ट में शामिल

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इंदौर, जो स्वच्छता के मामले में सात बार लगातार देश में नंबर 1 बन चुका है, अब एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर चुका है। शहर को अब विश्व स्तर पर 31 वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की सूची में शामिल किया गया है। यह एक ऐतिहासिक मौका है क्योंकि पहली बार भारत से दो शहर, इंदौर और उदयपुर, इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हुए हैं। इस घोषणा से भारत के पर्यावरण संरक्षण प्रयासों को वैश्विक मान्यता मिली है, और इंदौर के लिए यह एक और गर्व की बात है।

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस उपलब्धि की जानकारी साझा करते हुए ट्वीट किया कि यह भारत के लिए गर्व की बात है कि इंदौर और उदयपुर को वर्ल्ड के 31 वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की लिस्ट में शामिल किया गया है। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और उनके नेतृत्व में पर्यावरण और आर्थिक विकास के सामंजस्यपूर्ण समन्वय का परिणाम है।

इंदौर ने वेटलैंड्स के संरक्षण और शहरी विकास के बीच एक बेहतरीन संतुलन स्थापित किया है। यह उपलब्धि शहर के प्रशासन, नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों के सामूहिक प्रयासों का नतीजा है। स्वच्छता में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के बाद, अब इंदौर जलवायु संरक्षण और वेटलैंड्स के संरक्षण के क्षेत्र में भी एक आदर्श बन चुका है। इस शहर ने यह सिद्ध कर दिया कि शहरीकरण और पर्यावरण संरक्षण एक साथ चल सकते हैं, बशर्ते समर्पण और सही दिशा में प्रयास किए जाएं।

इंदौर में वेटलैंड्स और जलाशयों के संरक्षण के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाए गए हैं। इन जलाशयों की सफाई, पुनरुद्धार और संरक्षण के लिए स्थानीय प्रशासन ने ठोस कदम उठाए हैं। इसके तहत जल निकायों की सफाई के साथ-साथ जलाशयों के आसपास जैव विविधता को बढ़ावा देने की दिशा में भी काम किया गया है। इसके अलावा, इंदौर में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय संकट से निपटने के लिए कई और पहल की गई हैं, जिनका असर अब वैश्विक स्तर पर दिख रहा है।

वेटलैंड्स और जलाशय केवल जल का भंडारण स्थल नहीं होते, बल्कि ये जैव विविधता, जलवायु संतुलन और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। ये जल निकाय न केवल जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने, बाढ़ नियंत्रण और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को समृद्ध बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इंदौर का यह कदम ऐसे जल निकायों के संरक्षण के प्रति एक गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

भारत में यह पहला अवसर है, जब देश के दो शहरों – इंदौर और उदयपुर – को वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की वैश्विक सूची में जगह मिली है। इन दोनों शहरों ने जलाशयों के संरक्षण, जलवायु संतुलन और पर्यावरणीय विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है। यह उपलब्धि न केवल इन शहरों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है, क्योंकि इससे यह संदेश मिलता है कि भारत अपने जल निकायों के संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के मामले में गंभीर है।इंदौर की यह उपलब्धि देश के लिए गर्व का विषय है और यह एक स्पष्ट संदेश देती है कि पर्यावरण संरक्षण और शहरी विकास दोनों को समानांतर तरीके से बढ़ावा दिया जा सकता है। इस शहर ने वेटलैंड्स के संरक्षण में जो कदम उठाए हैं, वे न केवल भारत के अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, बल्कि दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी एक नई दिशा देंगे। इंदौर का यह कदम यह साबित करता है कि जब प्रशासन, नागरिक और पर्यावरण प्रेमी एकजुट होते हैं, तो बड़े बदलाव संभव होते हैं।

Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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