भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में बड़ा धमाका हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई पार्टी की अनुशासन समिति की सिफारिश पर की गई, जिसे तारिक अनवर ने आलाकमान को भेजा था।
लक्ष्मण सिंह पर लगातार विवादित बयान देने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप था। हाल ही में उन्होंने कश्मीर हमले को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस और उमर अब्दुल्ला पर विवादास्पद टिप्पणी की थी, साथ ही रॉबर्ट वाड्रा और राहुल गांधी पर भी कटाक्ष किए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भी आड़े हाथों लिया था और पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा था।
लक्ष्मण सिंह इससे पहले भी कई बार सार्वजनिक मंचों और ट्वीट्स के जरिए पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करते रहे हैं — चाहे वो पांच राज्यों में हार पर संगठन को घेरना हो या विधायकों, सांसदों और अधिकारियों की पेंशन बंद करने की मांग करना।
उनकी निष्कासन की खबर ने प्रदेश कांग्रेस में हलचल मचा दी है और इसे एक बड़ा संदेश माना जा रहा है कि अनुशासनहीनता अब पार्टी में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
