मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। पीएम सूर्य घर योजना के तहत फरवरी 2024 से फरवरी 2025 के दूसरे सप्ताह तक पश्चिम मध्य प्रदेश में 25,000 से ज्यादा स्थानों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं।
इंदौर बना सौर ऊर्जा का हब
प्रदेश में सबसे अधिक इंदौर शहर में 13,800 स्थानों पर रूफ टॉप सोलर प्लांट से बिजली उत्पन्न हो रही है। उज्जैन, देवास, रतलाम, खरगोन और अन्य जिलों में भी सौर ऊर्जा की ओर तेजी से रुझान बढ़ा है।
सौर ऊर्जा से बिजली बचत और पर्यावरण संरक्षण
- बिजली बिल में भारी कटौती – घरों, बहुमंजिला इमारतों, सरकारी कार्यालयों, औद्योगिक परिसरों और नगर निगम की छतों पर लगे सोलर पैनल से बिजली की खपत में कमी आई है।
- कुल उत्पादन क्षमता 220 मेगावॉट से अधिक – पीएम सूर्य घर योजना के तहत स्थापित सोलर प्लांट्स से मध्य प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है।
- सौर ऊर्जा के प्रति उत्साह बढ़ा – शहरी क्षेत्रों में “मेरी छत, मेरी बिजली” की भावना को अपनाते हुए लोग बिजली कार्यालयों और ऑनलाइन पोर्टल्स पर तेजी से आवेदन कर रहे हैं।
MP में कहां कितने सोलर प्लांट लगे?
- इंदौर – 13,800
- उज्जैन – 2,525
- देवास – 1,015
- रतलाम – 1,060
- खरगोन – 1,050
- नीमच – 680
- मंदसौर – 670
- बड़वानी – 650
कैसे उठा सकते हैं सोलर पैनल लगाने का लाभ?
सरकार द्वारा सब्सिडी योजना के तहत लोग अपने घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाकर लंबे समय तक मुफ्त बिजली का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए बिजली कंपनियों की वेबसाइट और सरकारी पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है।सौर ऊर्जा क्रांति के इस दौर में मध्य प्रदेश के लोग न सिर्फ अपनी बिजली जरूरतें पूरी कर रहे हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
