मध्यप्रदेश के प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार 5 फरवरी को 7900 छात्रों को निःशुल्क स्कूटी वितरित करेंगे। यह कार्यक्रम भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा, जिसमें स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह और जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह भी शामिल होंगे।
कैसे मिलेगी स्कूटी? जानिए योजना की पूरी प्रक्रिया
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा संचालित MP स्कूटी योजना के तहत शासकीय विद्यालयों के 12वीं बोर्ड परीक्षा के टॉपर्स को स्कूटी प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री यादव कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से कुछ छात्रों को स्कूटी सौंपेंगे, जबकि अन्य छात्रों को पात्रता प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
छात्रों को मिलेगा विकल्प:
✔ ई-स्कूटी: जो छात्र इलेक्ट्रिक स्कूटी चुनेंगे, उनके बैंक खातों में ₹1.20 लाख की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
✔ पेट्रोल स्कूटी: जो छात्र पेट्रोल स्कूटी चाहते हैं, उन्हें ₹90,000 के पात्रता प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
पिछले साल का रिकॉर्ड – कितने छात्रों को मिला लाभ?
शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 7,778 छात्रों को स्कूटी वितरित की गई थी, जिनमें से:2,760 छात्रों को ई-स्कूटी मिली।5,018 छात्रों को पेट्रोल स्कूटी मिली।इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार ने कुल ₹40.40 करोड़ खर्च किए थे।
लैपटॉप भी मिलेगा! जानें मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के बारे में
MP बोर्ड के 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक और बड़ा प्रोत्साहन –
✔ 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को ₹25,000 की सहायता राशि दी जाएगी, ताकि वे लैपटॉप खरीद सकें।
✔ वर्ष 2022-23 में 78,641 छात्रों को यह लाभ मिला था, जबकि इस बार यह संख्या 90,000 से अधिक हो सकती है।
✔ सरकार इस योजना पर ₹225 करोड़ से अधिक खर्च करने जा रही है।
यह योजना 2009-10 में शुरू हुई थी, जहां शुरुआत में 85% से अधिक अंक प्राप्त करने वालों को लैपटॉप मिलता था, लेकिन बाद में इसे 75% कर दिया गया
मेधावी छात्रों के लिए प्रेरणादायक पहल – बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस योजना को छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि प्रदेश के हर मेधावी छात्र को उचित सम्मान और सहायता मिले। यह योजना न सिर्फ छात्रों को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उनके परिवारों को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी।”
