मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षक बनने की दिशा में एक बड़ा बदलाव किया है। राजस्थान के बाद अब मप्र में भी चार वर्षीय बीए-बीएड और बीएससी-बीएड कोर्स को बंद करने का निर्णय लिया गया है। शैक्षणिक सत्र 2025 से इन कोर्सों में नए दाखिले नहीं होंगे।
अब छात्रों को शिक्षक बनने के लिए केवल इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) कोर्स करना होगा, जो चार साल का ड्यूल डिग्री कोर्स है। इस कोर्स से छात्रों का एक वर्ष बचेगा, क्योंकि यह बीए/बीएससी और बीएड को एक साथ कवर करता है।
उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी डॉ. तुलसीराम दहायत के अनुसार, कॉलेजों ने पोर्टल पर इस कोर्स की जानकारी अब तक अपडेट नहीं की है। जानकारी अपलोड होने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि कितने संस्थानों ने ITEP कोर्स शुरू किया है।
नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत 2030 से शिक्षक भर्ती के लिए केवल ITEP कोर्स करने वाले उम्मीदवारों को ही पात्र माना जाएगा।
इस बदलाव के बाद, जो छात्र शिक्षक बनना चाहते हैं उनके लिए ITEP कोर्स ही मुख्य रास्ता होगा, हालांकि ग्रेजुएशन के बाद दो वर्षीय बीएड या एमएड करने का विकल्प अब भी उपलब्ध रहेगा।
