सोना-चांदी के दामों में रिकॉर्डतोड़ उछाल देखा जा रहा है। पहली बार चांदी की कीमत ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई है, जबकि सोना भी ₹91,000 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है। बाजार में इस जबरदस्त तेजी के पीछे वैश्विक आर्थिक हालात, अमेरिकी बाजार की अस्थिरता और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव को मुख्य कारण माना जा रहा है।
एक साल में सोने में ₹25,000 और चांदी में ₹26,000 की बढ़ोतरी
मार्च 2024 में फाइन गोल्ड की कीमत ₹66,000 प्रति 10 ग्राम थी, जो अब ₹91,000 तक पहुंच गई है। वहीं, चांदी की कीमत ₹75,000 प्रति किलोग्राम से बढ़कर ₹1,01,000 हो चुकी है। इस तरह, एक साल में सोने में ₹25,000 और चांदी में ₹26,000 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
60 दिनों में सोना ₹12,000 और चांदी ₹9,000 महंगी
वर्ष 2025 की शुरुआत से ही सराफा बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। केवल 60 दिनों (15 जनवरी से 15 मार्च) में सोना ₹12,000 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹9,000 प्रति किलोग्राम महंगी हुई है।
15 जनवरी 2025: सोना ₹79,000, चांदी ₹92,000
फरवरी 2025: सोना ₹87,000, चांदी ₹98,000
15 मार्च 2025: सोना ₹91,000, चांदी ₹1,01,000
विशेषज्ञों की राय: क्या अभी और बढ़ेंगे दाम?
रतलाम के सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी आर्थिक नीतियों और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता के कारण सोने-चांदी की कीमतों में यह उछाल जारी रह सकता है। महावीर ज्वेलर्स के अभिषेक जैन ने बताया कि अभी कीमतों में गिरावट की कोई संभावना नहीं दिख रही है। वहीं, बंटू ज्वेलर्स के चिराग बंटू गौरी के अनुसार, मौजूदा दरों पर ग्राहकों की खरीदारी प्रभावित हो सकती है।
क्या निवेश का यह सही समय है?
सोने-चांदी की कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंचने के बावजूद, निवेशकों के लिए यह अभी भी एक सुरक्षित विकल्प बना हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो यह उछाल आपके लिए लाभकारी हो सकता है। हालांकि, छोटी अवधि में बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखना जरूरी है।
बाजार पर नजर बनाए रखें!
बढ़ती कीमतों के बीच, सराफा बाजार में हलचल तेज हो गई है। निवेशक और ग्राहक दोनों ही कीमतों में संभावित उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क हैं। अगर आप सोना-चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो बाजार के रुझान पर नजर रखना फायदेमंद साबित हो सकता है।
