ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 के दूसरे दिन ‘अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज’ सत्र में प्रदेश के विकास को लेकर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “मध्य प्रदेश को ‘मिनी मुंबई’ बनाया जाएगा और इंदौर को दिल्ली-मुंबई के तर्ज पर विकसित किया जाएगा।”
मुख्य बातें:
इंदौर महानगर विकास योजना: इंदौर के साथ उज्जैन, देवास, शाजापुर और पीथमपुर को जोड़कर एक विशाल इंडस्ट्रियल सेंटर तैयार होगा।8000 किमी का विकास क्षेत्र: लगभग 8000 वर्ग किमी में फैले इस क्षेत्र में सड़क, रेलवे, बिजली, पानी और सीवर जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।भोपाल मेट्रोपॉलिटन प्लान: भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन और नर्मदापुरम जिलों को मिलाकर एक नया मेट्रोपॉलिटन एरिया विकसित होगा।2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य: केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि बढ़ती शहरी आबादी को देखते हुए स्मार्ट नीतियां जरूरी हैं।
निवेश और रोजगार के नए अवसर
सीएम मोहन यादव ने कहा, “हमने प्रदेश में रोजगार, उद्योग और निवेश का सकारात्मक माहौल बनाया है। नर्मदापुरम जैसी छोटी जगहों पर भी निवेशकों की रुचि दिख रही है।”केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बताया कि देश की शहरी आबादी 35% तक पहुंच चुकी है, जो 2045 तक 50% होने की उम्मीद है। इसके चलते प्रदेश के शहरों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार जरूरी है। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम की तरह मध्य प्रदेश के शहरों में भी विकास की अपार संभावनाएं हैं।
महत्वपूर्ण घोषणाएं:
✅ 17.34 लाख रोजगार के अवसर: GIS 2025 में 26.61 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए।
✅ आवास योजनाओं में प्रगति: प्रदेश में 9 लाख लोगों को आवास दिए गए, जबकि केंद्र ने 10 लाख और आवासों की मंजूरी दी।
✅ स्मार्ट अर्बन मोबिलिटी: मेट्रो रैपिड ट्रांजिट और ई-बस सेवाओं का विस्तार होगा।
✅ स्लम पुनर्विकास: गंदी बस्तियों के उन्मूलन और शहरी विकास पर जोर दिया जाएगा।
2047 का विजन: विकसित मध्य प्रदेश
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में केवल दो दिनों में 18 नई नीतियों को स्वीकृति मिली है। ये नीतियां प्रदेश के चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त करेंगी।”खट्टर ने जोर देते हुए कहा, “अगर हमें 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो शहरों की भावी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालीन नीतियां बनानी होंगी।”
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 ने मध्य प्रदेश को निवेश, रोजगार और औद्योगिक विकास के नए युग में प्रवेश दिलाया है। इस पहल से इंदौर और भोपाल जैसे शहर स्मार्ट सिटी से मेट्रोपॉलिटन हब में बदल जाएंगे, जो आने वाले वर्षों में देश के विकास को नई गति देंगे।
