केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत का पहला स्वदेशी भाषा-आधारित एआई मॉडल ‘भारत जेन (BharatGen)’ लॉन्च किया। यह अत्याधुनिक मल्टीमॉडल LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) IIT बॉम्बे में विकसित हुआ है, जो देश के भाषाई और सांस्कृतिक विविधता में एआई के उपयोग को नई दिशा देगा।
यह पहल राष्ट्रीय अंतःविषयी साइबर-भौतिक प्रणाली मिशन के तहत शुरू की गई है और आईओटी-आईओई के लिए टीआईएच फाउंडेशन द्वारा कार्यान्वित की गई है। डॉ. सिंह ने बताया कि BharatGen का उद्देश्य नैतिक, समावेशी और भारतीय मूल्यों में रचा-बसा बहुभाषी एआई तैयार करना है, जो देश की जरूरतों के अनुरूप काम करे।
यह एआई प्लेटफॉर्म पाठ, भाषण और छवि जैसी कई माध्यमों को एकीकृत करता है और 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद व संवाद की सुविधा प्रदान करता है। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और शासन जैसे क्षेत्रों में यह एआई सटीक और उपयोगी समाधान देगा, जिससे आम लोगों की जरूरतें बेहतर ढंग से पूरी हो सकेंगी।
यह भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
[09:30, 03/06/2025] Pooja Pachori: पचमढ़ी में ऐतिहासिक मोहन कैबिनेट बैठक आज, सीएम करेंगे 54 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित की जा रही है। यह बैठक जनजातीय नायक और स्वतंत्रता सेनानी राजा भभूत सिंह की स्मृति में राजभवन में हो रही है। बैठक में जनजातीय विरासत, प्राकृतिक धरोहर और प्रदेश के सर्वांगीण विकास को लेकर महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर निर्णय लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव पर्यटन विभाग द्वारा 33.88 करोड़ रुपये की लागत से पूर्ण 11 परियोजनाओं का लोकार्पण और 20.49 करोड़ रुपये की लागत के 6 कार्यों का भूमिपूजन करेंगे। इन कार्यों में जयस्तंभ क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, धूपगढ़ पर जल आपूर्ति, पचमढ़ी प्रवेश द्वार का नवीनीकरण, सतपुड़ा रिट्रीट में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार, पिंक टॉयलेट लाउंज, पर्यटक केंद्रों का विकास और ग्लेन व्यू में केंद्रीय नर्सरी की स्थापना शामिल है।
कैबिनेट बैठक में राजा भभूत सिंह की प्रतिमा स्थापना, किसी संस्थान या पार्क का नामकरण उनके नाम पर करने, कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना, राजस्व न्यायालयों की प्रक्रियाओं में सुधार जैसे अहम मुद्दों पर भी फैसले लिए जा सकते हैं। इसके अलावा पचमढ़ी की 395.93 हेक्टेयर भूमि को नजूल और राजस्व स्वामित्व घोषित कर पर्यटन विकास के नए रास्ते खोले जाएंगे।
बैठक में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के तहत ड्रोन से निगरानी और विशेष पुलिस बल की तैनाती की गई है। सीएम बैठक के बाद पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देंगे।
