मनावर में ट्रेलर का पहिया मजदूर के पैर पर चढ़ा, सकरी सड़के और उन पर अतिक्रमण दुर्घटना का मुख्य कारण?

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मनावर : (शाहनवाज शेख) आज नगर के गांधी चौराहे पर एक बेहद दुखद दुर्घटना हो गई इस घटना में एक मजदूर ने अपना पैर गवा दिया।

प्राप्त जानकारी अनुसार घटना 9:30 बजे करीब गांधी चौराहे से सिंघाना रोड की है जहां एक सीमेंट के ट्रेलर (जीजे34टी7216) ने मजदूर रमेश पिता खेमा उम्र 52 निवासी भगत मार्ग अस्पताल के पीछे को टक्कर मार दी, इस दौरान ट्रेलर का पहिया मजदूर के पैर पर चढ़ गया जिससे उसका पैर का निचला हिस्सा चकनाचूर हो गया। मौके पर उपस्थित लोगों ने तुरंत 108 एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद 108 के पायलट करीम खान और ईएमटी अंकित डाबर मौके पर पहुंचे, जहां मनावर के सामाजिक कार्यकर्ता नीरज गर्ग और जावेद शेरानी की मदद से उन्हें एंबुलेंस में डालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। प्रथम उपचार के बाद स्थिति गंभीर होने के कारण घायल को इंदौर रेफर किया गया।

नगर में अतिक्रमण की हदें पार 

मनावर नगर के गांधी चौराहे से लेकर सभी मार्गों पर दिन प्रतिदिन अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। जिस तरह से अतिक्रमण बढ़ रहा है उसी रफ्तार से यातायात और आवागमन के साधन भी बढ़ रहे हैं हालात ऐसे हैं कि गांधी चौराहे से बड़ी गाड़ियों को गुजरने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। नगर का ट्रैफिक और बाहरी ट्रैफिक इसी मार्ग से होकर गुजरते हैं जिसके कारण यहां लंबा-लंबा जाम भी लग जाता है। इसके अतिरिक्त लोगों ने अपनी दुकानों के बाहर बढ़-चढ़कर अतिक्रमण कर रखा है हाथ ठेला गाड़ी भी दिन भर चौराहे के किनारे लगी रहती है जिन्हें नगर पालिका द्वारा हटा दिया जाता है लेकिन कुछ दिन बाद उठा स्थिति हो जाती है।

अक्सर हादसों के बाद जागते है जिम्मेदार?

अक्सर देखा जाता है कि हादसों के बाद अधिकारी और प्रशासन जगाता है बीते दिनों सीमेंट के ट्रेलर ने टोंकी फाटे पर डिवाइड को तेज रफ्तार में ठोक दिया था जिससे डिवाइडर के परखच्चे उड़ गए थे, पत्रकारों द्वारा लगातार समाचार प्रकाशित कर यह दर्शाया जा रहा है कि मनावर का गांधी चौराहा यातायात को लेकर रेट जोन एरिया बन चुका है लेकिन मनावर से लेकर भोपाल तक कोई गंभीर दिखाई नहीं देता? ऐसी दशा में यह प्रतीक होता है कि सरकार ने आम लोगों को यहां करने के लिए छोड़ दिया है। क्योंकि ना ही बाईपास रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है ना ही पूर्ण रूप से अतिक्रमण हटाया जा रहा है ऐसी दशा में गाड़ियां भी इन्हीं मार्ग से गुजरती है और आम नागरिकों का प्रतिदिन आवागमन भी इन्हीं मार्ग पर पूर्ण रूप से रहता है। शायद प्रशासन बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। आज दुर्घटना में अपना पैर गंवाने वाले रमेश पिता खेमा मजदूरी करके अपना परिवार का पालन पोषण करते थे लेकिन बीच बाजार भरपेट अतिक्रमण होने और बड़ी गाड़ियां नगर के बीच से गुजरने के कारण यह दुर्घटना घटित हो गई? फिलहाल ट्रेलर को पुलिस ने अपनी कस्टडी में लिया।

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