इंदौर में सोमवार को हुए ट्रक हादसे में ट्रैफिक कांस्टेबल पंकज यादव ने बहादुरी की किसाल पेश की। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर बेकाबू ट्रक को रोक लिया।

जब ट्रक बेकाबू होकर सड़क पर दौड़ रहा था, तब कांस्टेबल यादव तुरंत एक बाइक पर सवार होकर उसके पीछे दौड़े। उन्होंने रास्ते में चल रहे लोगों और बाइक सवारों को इशारा कर आगे का रास्ता खाली करने और सतर्क रहने के निर्देश दिए। इसी दौरान एक बाइक ट्रक के नीचे फंस गई, जिससे ट्रक की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई। मौके का फायदा उठाते हुए यादव ने एक राहगीर की मदद से ट्रक पर चढ़कर ड्राइवर का दरवाज़ा खोला और उसे बाहर खींच लिया। आखिरकार ट्रक को रोकने में सफलता मिली।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अगर समय पर कांस्टेबल यादव ने ये कदम नहीं उठाया होता, तो सिग्नल पर खड़े सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी। उनकी बहादुरी और तुरंत लिए गए फैसले की सभी ने सराहना की।
सीएम ने करी पुरस्कार की घोषणा
इंदौर में हुए हादसे के दौरान ट्रैफिक कांस्टेबल पंकज यादव ने जिस तरह अपनी जान जोखिम में डालकर बेकाबू ट्रक को रोका, उसकी चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी उनकी बहादुरी की सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा करी।









