भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने चीता प्रोजेक्ट, जल संरक्षण, और पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ गर्मी में पेयजल व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया है। सीएम ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के लिए ठोस रणनीति तैयार करने की बात कही।
जल संरक्षण: “जल बचाएं, जीवन बचाएं” अभियान
गर्मी के मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ और छायादार स्थलों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्थानीय निकायों और जिला कलेक्टरों को जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने जनता से “जल बचाएं, जीवन बचाएं” की अपील करते हुए कहा कि सभी को जल संरक्षण में भागीदारी निभानी चाहिए। इस अभियान के तहत जल स्रोतों की सुरक्षा, पानी के अपव्यय को रोकने, और वर्षा जल संचयन को प्राथमिकता दी जाएगी
चीता प्रोजेक्ट: मध्य प्रदेश बना वन्यजीव संरक्षण का केंद्र
सीएम मोहन यादव ने कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता गामिनी और उसके चार शावकों को खुले जंगल में छोड़ने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह एशिया के सबसे बड़े वन्यजीव संरक्षण प्रोजेक्ट्स में से एक है।
चीता प्रोजेक्ट न केवल जैव विविधता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है।
श्योपुर के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अब 17 चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं, जिससे पर्यटकों के लिए रोमांचक अनुभव मिलेगा।
इस परियोजना से चंबल क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश वन्य जीवन संरक्षण में मिसाल कायम कर रहा है और इससे राज्य में पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। कूनो नेशनल पार्क में चीते देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आएंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
मेवाड़ राजपरिवार को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप के वंशज और मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मेवाड़ राजवंश भारतीय समाज और जनकल्याण के लिए समर्पित रहा है।
गर्मी में राहत के लिए बड़े फैसले
गर्मी के मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलों में सार्वजनिक प्याऊ लगाने और छायादार स्थानों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस परंपरा को बनाए रखना और जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना जरूरी है।
सीएम मोहन यादव के ये फैसले पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन, और जल बचाव के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं। जल संरक्षण के लिए उठाए गए कदम, चीता प्रोजेक्ट के तहत वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने की रणनीति, राज्य को नए विकास पथ पर ले जाएगी।
