भोपाल नगर निगम (बीएमसी) और मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम (एमपीटी) के बीच संपत्ति कर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। बीएमसी ने एमपीटी के प्रमुख होटल, पलाश रेजीडेंसी, पर 36 लाख रुपये का संपत्ति कर बकाया होने का दावा किया है और 24 फरवरी को होटल पर कब्जा करने की चेतावनी दी है। यह तिथि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) 2025 का उद्घाटन करने वाले हैं।
बीएमसी के पीआरओ प्रेम शंकर शुक्ला ने पुष्टि की है कि पलाश होटल को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जाता है, तो निगम कार्रवाई करेगा। दूसरी ओर, एमपीटी ने इस मुद्दे को सुलझाने का आश्वासन दिया है। होटल प्रबंधक विपिन कटारे ने बताया कि उन्होंने बीएमसी के नोटिस की जानकारी मुख्यालय को दे दी है, और एमपीटी के जीएम-ऑपरेशंस एसपी सिंह ने कहा कि वे जल्द ही इस मामले का समाधान करेंगे।इस विवाद का समय विशेष रूप से संवेदनशील है, क्योंकि जीआईएस 2025 के दौरान पलाश रेजीडेंसी से आगंतुकों को ठहराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। यदि बीएमसी अपने निर्णय पर कायम रहता है, तो यह मेगा बिजनेस इवेंट पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
यह पहली बार नहीं है जब बीएमसी और एमपीटी के बीच इस प्रकार का विवाद सामने आया है। पिछले वर्ष, बीएमसी ने पलाश रेजीडेंसी को 21.93 लाख रुपये के संपत्ति कर बकाया का नोटिस भेजा था, जिसके जवाब में होटल प्रबंधन ने बीएमसी को 36.43 लाख रुपये के खाद्य बिल का दावा प्रस्तुत किया था।इस घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि दोनों संस्थानों के बीच वित्तीय लेन-देन और बकाया राशि को लेकर मतभेद जारी हैं, जो आगामी महत्वपूर्ण आयोजनों पर प्रभाव डाल सकते हैं।
