मध्य प्रदेश में आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं। यह समिट 24 और 25 फरवरी को आयोजित होगी, जिसमें उद्योग के प्रमुख लोग, नीति निर्माता और निवेशक एक मंच पर आकर राज्य में आर्थिक विकास और औद्योगिक निवेश की संभावनाओं पर विचार करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अनुसार, इस समिट का उद्देश्य मध्य प्रदेश को उद्योग जगत और निवेशकों के लिए एक आकर्षक केंद्र बनाना है।
समिट में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े दिग्गज विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो टेक्सटाइल, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर, नवकरणीय ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण, स्टार्टअप्स, वित्तीय सेवाएं और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इस आयोजन में उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न कंपनियों के प्रमुख प्रतिनिधि भी भाग लेंगे।
राज्य की औद्योगिक नीति और निवेश अनुकूल वातावरण के कारण मध्य प्रदेश कई क्षेत्रों में तेजी से उभर रहा है। टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग में प्रमुख निवेशकों और कंपनियों के प्रतिनिधि इस क्षेत्र में निवेश और विस्तार की संभावनाओं पर मंथन करेंगे। साथ ही, हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर के विशेषज्ञ भी अपने अनुभव साझा करेंगे।
ग्रीन एनर्जी और नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी मध्य प्रदेश निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर प्रदान कर रहा है। राज्य में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भी नए निवेश और विकास की संभावनाएं हैं।
स्टार्टअप्स और नवाचार के क्षेत्र में मध्य प्रदेश लगातार उभरता हुआ राज्य है, जहां युवा उद्यमी और निवेशक नए अवसरों पर चर्चा करेंगे। वहीं, पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र भी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व में राज्य तेजी से औद्योगिक हब के रूप में विकसित हो रहा है। समिट का आयोजन मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
