कोरोना महामारी के दौरान काम छूटने के बाद एक मॉडल ने नकली नोट छापने का धंधा शुरू कर दिया। इंदौर पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 20 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट खपा दिए थे।
कैसे हुआ खुलासा?
डीसीपी जोन-2 अभिनय विश्वकर्मा के अनुसार, पुलिस ने कुछ दिनों पहले देवास नाका से शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक, अनुराग सिंह चौहान और मोहसिन खान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान नकली नोटों से जुड़े कई सुराग मिले, जिससे पुलिस ने राजस्थान निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा तक पहुंच बनाई।
इंस्टाग्राम चैट से हुआ भंडाफोड़
महिपाल की इंस्टाग्राम चैट खंगालने पर नागपुर निवासी मनप्रीत सिंह विर्क का नाम सामने आया। पुलिस ने नागपुर के जरीपटवा क्षेत्र में दबिश देकर मनप्रीत और उसके साथी मलकीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। मनप्रीत मुंबई में मॉडलिंग करता था, लेकिन लॉकडाउन में काम बंद होने के बाद उसने नकली नोट छापने का अवैध कारोबार शुरू कर दिया।
यू-ट्यूब से सीखी तकनीक, ऑनलाइन खरीदा सामान
पुलिस जांच में सामने आया कि मनप्रीत ने इंस्टाग्राम पर एक व्यक्ति से नकली नोट छापने की जानकारी ली और फिर यू-ट्यूब से इस तकनीक को सीखकर काम शुरू कर दिया। उसने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से प्रिंटर, विशेष कागज, चमकीली पन्नी और अन्य सामग्री खरीदकर 200 और 500 रुपये के नकली नोट बनाना शुरू कर दिया।
ऐसे करते थे नकली नोटों की सप्लाई
मनप्रीत और मलकीत ने नकली नोटों को चलाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। वे असली 1000 रुपये के बदले 2000 रुपये के नकली नोट देते थे। महिपाल ऑनलाइन पेमेंट करता था, जिसके बाद नकली नोटों को कोरियर और बस पार्सल के जरिए अलग-अलग राज्यों में भेजा जाता था।
विदेश यात्रा के लिए इस्तेमाल किए जाली नोट
मनप्रीत और महिपाल ने नकली नोटों से लाखों रुपये कमाए, जिससे उन्होंने विदेश यात्राएं भी कीं। उनका मुख्य निशाना ग्रामीण इलाके, सब्जी मंडी, शराब की दुकानें, किराना स्टोर और पेट्रोल पंप थे।
पुलिस ने सतर्कता बढ़ाई, बड़ी साजिश का खुलासा संभव
पुलिस ने इस मामले में आतंकवाद विरोधी दस्ता (ATS), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को भी जानकारी दी है। IB ने इस मामले की रिपोर्ट तैयार कर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को भेज दी है। अब पुलिस इन जालसाजों के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।इंदौर पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से नकली नोटों के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिससे आगे और भी अहम जानकारियां सामने आने की उम्मीद है।
