महाकुंभ 2025: प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू और अन्य शीर्ष नेता करेंगे पवित्र मेला में भागीदारी, सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियाँ पूरी

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महाकुंभ मेला 2025, जो प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर आयोजित किया जा रहा है, इस बार और भी ऐतिहासिक होने की संभावना है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जैसे शीर्ष नेता इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने के लिए पहुंच सकते हैं। इन नेताओं के आगमन से मेला क्षेत्र में एक खास राजनीतिक और धार्मिक माहौल बनेगा, और प्रशासन ने इनकी यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए आवश्यक सुरक्षा इंतजामों को पहले ही मजबूत कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी 2025 को महाकुंभ मेला में शामिल हो सकते हैं। उनका दौरा धार्मिक और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि प्रधानमंत्री का इस ऐतिहासिक अवसर पर संगम में पवित्र डुबकी लगाने का संकेत है। उनका दौरा न केवल श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक होगा, बल्कि यह मेला की भव्यता और महत्व को और भी बढ़ा देगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अन्य प्रमुख नेता
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भी महाकुंभ मेला में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। राष्ट्रपति 10 फरवरी को प्रयागराज में पहुंच सकती हैं और यहां आयोजित होने वाले प्रमुख धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगी। इस दौरान उनके कार्यक्रमों की पूरी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

इसके अतिरिक्त, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी एक फरवरी को महाकुंभ में शामिल हो सकते हैं। वह संगम में पवित्र डुबकी लगाने के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी को इस मेले में हिस्सा लेंगे और संगम में स्नान के बाद अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। गृहमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र में चौकस निगरानी रखी है, ताकि उनके कार्यक्रम में कोई विघ्न न आए।

सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियाँ
इन प्रमुख नेताओं के दौरे को देखते हुए प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया है। शहर के प्रमुख चौराहों, कार्यक्रम स्थलों और मेले के प्रमुख हिस्सों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को इन विशेष दिनों में विशेष सतर्कता बरतने के लिए निर्देशित किया गया है। मेले के आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन निगरानी, सीसीटीवी कैमरे और अन्य आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या
महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। 20 जनवरी तक 88.1 मिलियन से अधिक लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। आगे आने वाले दिनों में तीर्थयात्रियों की संख्या में और इजाफा होने की संभावना है, खासकर शाही स्नान तिथियों जैसे कि 29 जनवरी (मौनी अमावस्या), 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) के आसपास। इन प्रमुख स्नान तिथियों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने के लिए आएंगे।

निगरानी और सुरक्षा इंतजाम
महाकुंभ मेले में उच्च सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है। गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने प्रमुख चौराहों, पवित्र स्नान स्थलों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर खास निगरानी बढ़ा दी है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भी राज्य पुलिस और सुरक्षा बलों के समन्वय से अतिरिक्त सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय राजनीति और शासन के शीर्ष नेताओं के इस अवसर पर उपस्थित होने के कारण और भी ऐतिहासिक बन जाएगा। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए हर पहलू पर ध्यान दिया है, ताकि मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित माहौल मिल सके।

Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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