इंदौर में मेघदूत चौपाटी को लेकर एक बार फिर विवाद छिड़ गया। रविवार को चौपाटी पर दुकानें फिर से लगने लगीं, जिस पर नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए रिमूवल गैंग को भेजा। जैसे ही निगम के अफसर पहुंचे, दुकानदारों ने विरोध शुरू कर दिया और अफसरों की गाड़ियां रोक लीं। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे भी मौके पर पहुंचे और कहा कि निगम के अफसर गुमटियों को जब्त नहीं कर सकते।
दुकानदारों का आरोप था कि चौपाटी तो हटा दी गई थी, लेकिन भाजपा से जुड़े एक दुकानदार की गुमटी को हटाने में देरी की गई। इसके बाद निगम अफसरों ने उस गुमटी को भी जेसीबी से तुड़वा दिया। दुकानदारों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें वैकल्पिक स्थान नहीं दिया गया तो वे आंदोलन करेंगे और चौपाटी पर दुकानें फिर से लगाएंगे।
याद दिला दें कि दो महीने पहले नगर निगम ने मेट्रो निर्माण के कारण चौपाटी को हटा दिया था, जिसके बाद से दुकानदार लगातार विरोध कर रहे थे। विधायक रमेश मेंदोला के घर के बाहर भी दुकानदारों ने धरना दिया था।
नेता प्रतिपक्ष चौकसे ने कहा कि निगम अफसरों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। अगर वैकल्पिक स्थान प्रदान नहीं किया गया, तो कांग्रेस और दुकानदार विजय नगर चौराहे पर चक्काजाम करेंगे।