मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक अद्वितीय और क्रांतिकारी स्वास्थ्य सेवा का प्रयास जारी है, जो स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी राहत बनकर उभरा है। यह एक चलती-फिरती मिनी अस्पताल है, जो न केवल स्वास्थ्य सेवाओं का वितरण कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है। यह आधुनिक एंबुलेंस, जिसे मोबाइल हेल्थ यूनिट कहा जाता है, जुलाई 2024 में शुरू हुई और अब तक 2300 से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज कर चुकी है।
23 प्रकार की बीमारियों की जांच मुफ्त
इस एंबुलेंस में 23 प्रकार की बीमारियों की मुफ्त जांच की जाती है, जिसमें ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, हड्डियों की समस्याओं और अन्य सामान्य रोगों की जांच शामिल है। इसके अलावा, यह बुखार, खांसी, दर्द जैसी सामान्य समस्याओं के लिए प्राथमिक उपचार भी देती है और दवाइयां भी निशुल्क वितरित की जाती हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य क्रांति
यह मोबाइल हेल्थ यूनिट गांवों, बस्तियों और दूरदराज इलाकों में हर दिन लोगों तक पहुंचती है, जहां पर स्थानीय निवासी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रहते हैं। हर दिन एक पुरुष और एक महिला नर्स एंबुलेंस में साथ होते हैं, जो घर-घर जाकर लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं।
ग्रीन एंबुलेंस और पर्यावरणीय योगदान
इस पहल के तहत, संस्था ने ग्रीन एंबुलेंस की शुरुआत भी की है, जो पर्यावरण के संरक्षण में भी योगदान देती है। यह ग्रीन एंबुलेंस विभिन्न सामाजिक अवसरों जैसे पुण्यतिथि, स्मृति दिवस और जन्मदिन पर वृक्षारोपण अभियान चलाती है, और इसके बाद अगले पांच वर्षों तक इन पौधों की देखभाल भी करती है।
स्थानीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण कदम
यह चलता-फिरता अस्पताल उन इलाकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच कम है। अब तक हजारों परिवारों ने इस सेवा का लाभ उठाया है, जिससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हुआ है। इस प्रयास से न केवल सतना जिले की चिकित्सा जरूरतों को पूरा किया जा रहा है, बल्कि यह पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहा है।
सतना के इस चलने-फिरने वाले अस्पताल का यह प्रयास निश्चित ही एक नई दिशा में एक मिसाल बन रहा है, जो ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करता है।