इंदौर के प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर से पौष कृष्ण पक्ष अष्टमी के अवसर पर सोमवार सुबह पांच बजे भव्य प्रभातफेरी निकाली गई। इस यात्रा में लाखों भक्तों ने हिस्सा लिया, जिसमें शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों से लोग शामिल हुए। आयोजकों का अनुमान है कि इस बार पांच लाख से अधिक लोग इस आस्था पर्व का हिस्सा बने।प्रभातफेरी की शुरुआत 1985 में ठेले से हुई थी, जो 2015 में रथ यात्रा में बदल गई। हर वर्ष भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इस बार यात्रा में झांकियां, भजन मंडलियों के वाहन, बग्घी, और विशेष रूप से सजाए गए रथ शामिल थे। पूरा मार्ग भगवा ध्वजों से सजाया गया था।
रविवार को महोत्सव के तीसरे दिन रणजीत हनुमान का महाभिषेक औषधियों और पवित्र द्रव्यों से किया गया, जिसमें सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे। अभिमंत्रित किए गए सवा लाख रक्षा सूत्रों का वितरण प्रभातफेरी के समापन के बाद निशुल्क किया गया।प्रभातफेरी का रूट महूनाका, अन्नपूर्णा मंदिर, नरेंद्र तिवारी मार्ग होते हुए रणजीत हनुमान मंदिर पर समाप्त हुआ। श्रद्धालुओं की भीड़ और भक्तों की बढ़ती भागीदारी से यह आयोजन अब देशभर में प्रसिद्ध हो चुका है।