मंदसौर:- शनिवार को राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य आरके वर्मा पर लगे गंभीर आरोपों ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने महाविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य को तत्काल हटाने की मांग की। आरोप है कि प्राचार्य वर्मा छात्राओं को तैयार होकर सुंदर बनकर आने और उनके साथ रील बनाने के लिए कहते थे। इतना ही नहीं, लाइब्रेरी में गीता पढ़ने से भी रोका जाता था। विरोध के चलते कार्यकर्ताओं और छात्राओं ने महू-नीमच राजमार्ग पर तीन घंटे तक जाम लगाया। प्रदर्शनकारियों ने प्राचार्य को हटाने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना की जानकारी मिलने के बाद एडीएम एकता जायसवाल और एएसपी गौतम सोलंकी मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर जाम खत्म कराया। इसके साथ ही, वायडी नगर थाने में प्राचार्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रदर्शन में शामिल एक छात्रा ने कहा, **”प्राचार्य हमें सुंदर बनकर आने, उनके साथ नृत्य करने और रील बनाने के लिए कहते थे।”** साथ ही यह भी आरोप लगाया गया कि प्राचार्य गीता पढ़ने से मना करते हैं और 75% उपस्थिति न होने पर फेल करने की धमकी देते हैं।
संयोजक ने उठाए सवाल — एबीवीपी जिला संयोजक विजय गर्ग ने कहा, *”प्राचार्य ने अपनी मर्यादा को तोड़ते हुए पवित्र ग्रंथ गीता के खिलाफ बातें कहीं। यदि हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ा आंदोलन करेंगे।”*
नियुक्ति के बाद से नाराजगी—राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य आरके वर्मा की नियुक्ति हाल ही में हाईकोर्ट के आदेश पर हुई थी। उनके व्यवहार को लेकर पहले से ही छात्र और पदाधिकारी नाराज थे। प्राचार्य की प्रतिक्रिया लंबित—विवादों को लेकर प्राचार्य वर्मा की प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
छात्रों की माँग
महाविद्यालय में **ड्रेस कोड लागू** करने की मांग तेज हो रही है। छात्रों का कहना है कि इससे बाहरी तत्वों पर नजर रखी जा सकेगी और अनुशासन बना रहेगा। इस घटना ने छात्रों और अभिभावकों के बीच सुरक्षा और अनुशासन को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। प्राचार्य के खिलाफ उठाए गए कदम और उनकी जगह लेने वाले नए नेतृत्व पर सभी की नजरें हैं।