ज्ञात चोर अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई के लिए इस्तेमाल होने वाले पाइप को चोरी कर ले गए

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मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला अस्पताल में मंगलवार देर रात एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब अज्ञात चोर अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई के लिए इस्तेमाल होने वाले पाइप को चोरी कर ले गए। इस घटना ने नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में भर्ती 12 नवजातों की जान को खतरे में डाल दिया और पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया।

चोरी के कारण बिगड़ी ऑक्सीजन सप्लाई
चोरों ने 10 से 15 फीट लंबी तांबे की पाइप चुरा ली, जिसके चलते एनआईसीयू में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई। इससे ऑक्सीजन पर निर्भर 12 नवजात शिशुओं को सांस लेने में परेशानी होने लगी। बच्चों के रोने की आवाज से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।

अलार्म बजते ही मेडिकल स्टाफ हरकत में आया
स्थिति बिगड़ती देख एनआईसीयू का अलार्म बज उठा, जिसके बाद मेडिकल स्टाफ ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए ऑक्सीजन आपूर्ति को बहाल करने की कोशिश शुरू की। बैकअप के तौर पर जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर तुरंत सिस्टम से जोड़ा गया, जिससे बच्चों की हालत को स्थिर किया जा सका।

विशेषज्ञ की निगरानी में संभाला मामला
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस माथुर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। उन्होंने जंबो सिलेंडर के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की, जिससे एक बड़ी अनहोनी टल गई।

20 बच्चों का इलाज, 12 थे ऑक्सीजन पर निर्भर
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. किरण वाडिया ने बताया कि घटना के वक्त एनआईसीयू में 20 नवजात शिशु भर्ती थे, जिनमें से 12 को ऑक्सीजन की आवश्यकता थी। बैकअप सप्लाई की मदद से समय पर ऑक्सीजन आपूर्ति बहाल कर दी गई।

घटना की सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है और जांच शुरू कर दी गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े करती है।

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