नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। अब एनटीए को सिर्फ उच्च शिक्षा संस्थानों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए होने वाली एंट्रेंस परीक्षाएं आयोजित करने की जिम्मेदारी सौपी जाएगी। पहले जहां एनटीए भर्ती परीक्षाएं भी आयोजित करता था, अब वह केवल प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बदलाव की जानकारी दी और बताया कि आगामी वर्षों में मेडिकल और इंजीनियरिंग के प्रवेश टेस्ट जैसे नीट और जेईई के लिए करीब 60 लाख छात्रों के आवेदन आने की उम्मीद है।
इन बदलावों के तहत, नकल और पेपर लीक की समस्याओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। एनटीए के परीक्षा केंद्रों को अंतिम रूप देने से पहले जिला प्रशासन और पुलिस से सलाह ली जाएगी। इसके अलावा, एनटीए में नई भर्तियां भी की जाएंगी ताकि परीक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा सके।