इंदौर लोकायुक्त इकाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 दिसंबर 2024 को एक श्रम कल्याण अधिकारी को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता राजकुमार काले, जो श्रम कल्याण संगठन में मल्टी–टास्क सर्विस (MTS) के पद पर कार्यरत हैं, ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें ₹36,000 का एरियर मिलना था, लेकिन इसके बदले श्रम कल्याण प्रशासक विजेंद्र कुमार गुप्ता ने ₹20,000 रिश्वत की मांग की थी।
शिकायत के सत्यापन के बाद लोकायुक्त ने ट्रैप ऑपरेशन किया और आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई के दौरान भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत कार्यवाही की गई। इस ऑपरेशन का नेतृत्व उप.अ. प्रवीण सिंह बघेल ने किया, जिसमें निरीक्षक राहुल गजभिये और अन्य पुलिसकर्मियों ने सहयोग दिया। इस कदम से सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश भेजा गया है।