मध्यप्रदेश में शिक्षा सुधार के लिए डिजिटल निगरानी और ट्रेनिंग की पहल

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मध्यप्रदेश की सरकार शिक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में राज्य शिक्षा केंद्र ने “स्टार्स परियोजना” के तहत भोपाल में शिक्षकों के लिए तीन दिवसीय डिजिटल क्षमता निर्माण प्रशिक्षण शुरू किया है।

स्टार्स परियोजना का उद्देश्य  

टीचिंग, स्ट्रेंथनिंग, लर्निंग एंड रिजल्ट्स फॉर स्टेट्स (STARS) परियोजना की शुरुआत 2020-21 में की गई थी। यह भारत सरकार की एक पहल है, जिसे वर्ल्ड बैंक से वित्तीय सहायता प्राप्त है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य प्रारंभिक शिक्षा को बेहतर बनाना, शिक्षकों की दक्षता में सुधार करना, कक्षाओं में शिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली बनाना और व्यावसायिक शिक्षा को प्रोत्साहित करना है।

प्रमुख कार्य और उपलब्धियां  

1. 46 डाइट्स में अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कक्षों का विकास: परियोजना के तहत बच्चों के प्रारंभिक शिक्षा अनुभव को समृद्ध बनाने के लिए विशेष कक्ष विकसित किए गए हैं।

2. स्किल एक्सपो और इनोवेशन प्रदर्शन: बच्चों में रचनात्मकता और कौशल को बढ़ावा देने के लिए स्किल एक्सपो आयोजित किए जा रहे हैं।

3. एक्सपोज़र विजिट: बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों को नई शिक्षण विधियों से परिचित कराने के लिए विशेष भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

4. डिजिटल निगरानी: शिक्षा व्यवस्था पर डिजिटल रूप से नजर रखने के लिए टेबलेट आधारित प्रणाली विकसित की जा रही है।

नए दृष्टिकोण से शिक्षा में सुधार  

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था को तकनीकी और डिजिटल दृष्टिकोण से सुदृढ़ बनाना है। राज्य के शिक्षक अब डिजिटल युग में अपने शिक्षण कौशल को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।

Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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