पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना, जो मध्यप्रदेश और राजस्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, का शुभारंभ 17 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा सकता है। यह आयोजन राजस्थान के जयपुर में प्रस्तावित है, और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इसमें शामिल होंगे। इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 11 जिले और राजस्थान के लोग लाभान्वित होंगे।यह परियोजना 75,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी और इसमें लगभग 36,800 करोड़ रुपये के कार्य मप्र के 11 जिलों में होंगे। ये जिले हैं: गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर और मुरैना। इस परियोजना के तहत लगभग 40 लाख परिवारों को पीने और सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। साथ ही, उद्योगों को भी पानी की सप्लाई की जाएगी।
इस परियोजना में कई महत्वपूर्ण काम किए जाएंगे, जैसे कि चंबल नदी की मुख्य नहर और सीआरएमसी सिस्टम का नवीनीकरण और आधुनिकीकरण। इस योजना से श्योपुर, मुरैना और भिण्ड जिलों में भी पानी मिलेगा। मध्यप्रदेश में इस परियोजना के तहत 6.11 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा मिलेगी और 21 नए बांध और बैराज बनाए जाएंगे। उद्योगों को 172 घनमीटर पानी मिलेगा, और इस परियोजना का काम पांच साल में पूरा होगा।इस परियोजना में पार्वती, कूनो, कालीसिंध, चंबल और अन्य सहायक नदियों के पानी का अधिकतम उपयोग किया जाएगा। माधवराव सिंधिया सिंचाई कॉम्प्लेक्स में 4 बांध और 2 बैराज, कुंभराज कॉम्प्लेक्स में 2 बांध और अन्य स्थानों पर छोटे बांध बनाए जाएंगे।