दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है, जब पार्टी के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी ने आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होने का निर्णय लिया। जितेंद्र सिंह शंटी, जो पहले भाजपा से जुड़े हुए थे, ने अपने समर्थकों के साथ AAP में अपनी नई राजनीतिक पारी शुरू की है। इस घटनाक्रम को भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण धक्का माना जा रहा है, क्योंकि दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। शंटी का AAP में शामिल होना भाजपा के लिए एक और चुनौती है, जो पहले से ही विपक्षी पार्टियों के साथ मुकाबला कर रही है। इस कदम को लेकर भाजपा में कुछ नेताओं का यह भी कहना है कि यह उनके पार्टी से असंतुष्ट नेताओं का एक और संकेत है|जो अब भाजपा छोड़कर अन्य दलों में जा रहे हैं। वहीं, AAP के लिए यह एक रणनीतिक लाभ हो सकता है, क्योंकि यह उन्हें चुनावी मैदान में और मजबूती प्रदान कर सकता है। इस स्थिति में, भाजपा को इस मुद्दे पर रणनीति बनाने की जरूरत होगी ताकि अन्य नेताओं के पलायन को रोका जा सके और आगामी चुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत किया जा सके।
जितेंद्र सिंह शंटी, जो अब आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए हैं, को “एम्बुलेंस मैन” के नाम से जाना जाता है। शंटी का यह उपनाम उस समय से जुड़ा है जब उन्होंने दिल्ली के वेस्ट दिल्ली इलाके में 2000 के दशक की शुरुआत में एक एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी। उनकी यह सेवा खास तौर पर गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए थी, जो आर्थिक कारणों से अस्पताल जाने में सक्षम नहीं थे।