भोपाल: मध्य प्रदेश के मोस्ट वांटेड आरोपी सौरभ शर्मा को आखिरकार 41 दिन बाद लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सौरभ शर्मा, जो 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये की नकद राशि के मामले में आरोपी था, आज सुबह लोकायुक्त ऑफिस पहुंचा, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सुरक्षा कारणों से भोपाल जिला अदालत के आसपास पुलिस बल बढ़ा दिया गया था और मीडियाकर्मियों की भारी भीड़ देखी गई।
गिरफ्तारी के बाद सौरभ शर्मा को लोकायुक्त ऑफिस ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ जारी है। सूत्रों के मुताबिक, सौरभ के वकील ने उसकी पूछताछ का रिकॉर्डिंग करने की अपील की है।
फिल्मी अंदाज में हुई गिरफ्तारी
सौरभ की गिरफ्तारी को लेकर चर्चाएं तेज हैं क्योंकि उसे फिल्मी अंदाज में पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस ने उसे जिला कोर्ट के पीछे के दरवाजे से लाकर गिरफ्तार किया, जिससे उसके वकील की अपील के बावजूद गिरफ्तारी से पहले वह कोर्ट में पेश नहीं हो पाया। वकील ने गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए आरोप लगाया कि लोकायुक्त पुलिस ने जानबूझकर उसे कोर्ट में पेश होने से पहले ही हिरासत में ले लिया।
सौरभ की जान को खतरा
सौरभ शर्मा के वकील राकेश पाराशर का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद सौरभ की जान को खतरा हो सकता है, इसलिए वह पहले कोर्ट में सरेंडर करना चाहते थे। लेकिन लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वह कई महत्वपूर्ण राज उजागर कर सकता है, जो राज्य में कई बड़े मामलों से जुड़े हो सकते हैं।