मनावर : (शाहनवाज शेख) 25 जनवरी की रात हतनावर फाटे पर सीमेंट के ट्रेलर से एक कार की भयंकर भिड़ंत हो गई थी, जिसमें कुछ लोगों ने अपनी जान गवा दी। वहीं 26 जनवरी को अल्ट्राटेक से धार रोड़ आने वाले सड़क मार्ग पर एक अज्ञात ट्राला ग्रामीण को टक्कर मारकर फरार हो गया, जिसमें 2 युवक की पर बुरी तरह से जख्मी हो गए। इसी क्रम में आज मजदूर बच्चों से भरी एक पिकअप वाहन पलटी जिसमें लगभग 25 बच्चे घायल हुए।प्राप्त जानकारी के अनुसार ओम पिता सोहन निवासी जल्खा पटेलपुरा उम्र 19 वर्ष एवं लालसिंह चौहान उर्फ लल्ला पिता गलसिंह निवासी खांडलाई रावतपुरा उम्र 19 साल मनावर से अपने घर की ओर लौट रहे थे तभी एक अज्ञात बलकार ट्रेलर ने बाइक सवार युवकों को टक्कर मार दी जिसमें एक व्यक्ति का पर बुरी तरह से जख्मी हो गया, उसके पैर के पंजे के छितड़े उड़ गए। मनावर संजीवनी 108 के पायलट करीम खान व ईएमटी अंकित डाबर को को शाम 4:45 पर सूचना मिली थी कि धार रोड स्थित अल्ट्राटेक वाले रोड पर दो व्यक्ति को अल्ट्राटेक के अज्ञात बलकार वाहन द्वारा टक्कर मार के घायल कर दिया है। इस दौरान वह तत्काल मौके पर पहुंचे एवं दोनों घायलों को अपनी एंबुलेंस में लेकर तत्काल सिविल हॉस्पिटल मनावर पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर अखिलेश रावत द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय बड़वानी रेफर किया गया, जिसमें 108 से पायलट करीम खान एवं ईएमटी अंकित डावर दोनों की भूमिका रही। वही आज 27 जनवरी को मजदूरों से भरी पिकअप पलटी खा गई जिसमें 25 से अधिक मजदूर घायल हो गए जिन्हें समुदाय स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उनका उपचार जारी है।
ज्ञात हो कि मनावर रिंग रोड बाईपास का निर्माण नहीं होने के कारण आए दिन दुर्घटनाओं के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं सड़कों पर चलने वाले बेकाबू बड़े वाहन, छोटे वाहनों को रौंद कर निकल रहे हैं। कई बार इस बाईपास रिंग रोड को लेकर ज्ञापन प्रदर्शन किए गए यहां तक की पत्रकारों ने सत्याग्रह आंदोलन भी किया, लेकिन शासन प्रशासन उपरोक्त मामले में गंभीर नहीं दिखाई दे रहे। जिनका खामियाजादा लोगों की जान गंवाकर भुगतना पड़ रहा है। जबकि ट्रैफिक बढ़ने के साथ सड़कों की पर्याप्त चौड़ाई और प्रत्येक गांव और नगरों में बायपास रोड का निर्माण भी किया जाता है लेकिन मनावर में यातायात हावी होते जा रहा है परंतु निर्माण कार्य का कोई ठिकाना नहीं।
अब हो गई अति, सरकार को ध्यान देना जरूरी
नगर में सीमेंट के बड़े प्लांट स्थापित हो गए हैं वहीं 18 किलोमीटर दूर सागर सीमेंट ने भी पुरानी धार सीमेंट के प्लाट का नवीनीकरण कर बड़े रूप धारण कर लिया है। कंपनी द्वारा सीमेंट का आयात निर्यात किया जाता है बड़े-बड़े ट्रेलर, ट्रक क्षेत्र में बने पुरानी सड़कों से गुजरते हैं जबकि सरकार को नए प्लांट स्थापित करने के साथ-साथ सड़कों का पर्याप्त चौड़ीकरण और बाईपास रिंग रोड का निर्माण पहले करना था ताकि दुर्घटनाओं का सिलसिला कम हो सके, लेकिन यहां माल ढोने वाले वाहन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं और आमजन उन भारी यातायात के बीच अपना जीवन यापन करने पर मजबूर है
मनावर से बाहर जाने वाले सड़कों के हालात की
1, मनावर से खलघाट जाने वाले सड़क मार्ग पर सड़क को चौड़ीकरण करने की अत्यंत आवश्यकता है, अधिकांश वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं और यह ग्रामीण क्षेत्र होने कारण लोगों का आगमन भी लगा रहता है दुर्घटना की संभावना लगातार बनी रहती है।
2, बड़वानी और कुक्षी जाने वाले मार्ग का भी चौड़ीकरण अत्यंत आवश्यक है क्योंकि आदिवासी बाहुल्य इलाके में लोग सड़कों पर जीवन यापन करते हैं और सीमेंट फैक्ट्री के बड़े-बड़े ट्रेलर तेज गति से गुजरते हैं और वही दुर्घटना होती है
3, मनावर से जिला मुख्यालय धार को जोड़ने वाला मार्ग तो पूर्ण रूप छतिग्रस्त है। ऊपर से एमपीआरडीसी ने उस पर टोल टैक्स का निर्माण कर दिया, सड़क के ठिकाने नहीं लेकिन टोल वसूली पर पर्याप्त ध्यान दिया जा रहा है। 1 जनवरी से टोल वसूली के लिए एक नई कंपनी का टेंडर कर दिया लेकिन सोचने वाली बात यह है कि सड़क की मरम्मत नहीं, फिर टोल वसूली किस आधार पर की जा रही है?