सीमेंट का ट्राला अनियंत्रित होकर पलटा, क्षतिग्रस्त सड़को की नहीं हो रही मरम्मत

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टोल प्लाजा पर फास्ट ट्रैक एक्सेप्ट नहीं, नगद रुपयों की डिमांड

मनावर : (सिंघम रिपोर्टर) जिराबाद टोल टैक्स के समीप केसवी घाट पर संदीप लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट द्वारा अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट से भरकर निकला ट्रेलर (आरजे 14 जीएल 5342) अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रेलर में भरी हुई सीमेंट नीचे खाई में पलट गई। ट्रेलर के पीछे चलने वाले अन्य वाहन चालक ने बताया कि सभी गाड़ियां एक लाइन में चल रही थी टर्न पर यह ट्रेलर पलट गया। ड्राइवर को अन्य वाहन चालकों की मदद से अमझेरा समुदाय स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया जहां उपचार किया जा रहा है। वाहन चालको ने क्षतिग्रस्त रोड को जिम्मेदार ठहराया और बताया कि टोल टैक्स पर्याप्त वसूला जा रहा है लेकिन सड़कों की मरम्मत नहीं हो रही है। जिसके कारण वाहन चलाना दुखदाई हो रहा है। गाड़ियों के पहिए के रबड़ कट रहे है। वाहन चालकों ने बताया कि अभी वर्षा ऋतु के समय ऐसी सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं होगा। क्योंकि ना तो सड़कों की पर्याप्त मरम्मत हुई है और ना ही उस पर सेंट्रल लाइन पट्टी डाली गई, जिससे रोड पर चलने के लिए मार्गदर्शन मिल सके। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह टोल प्लाजा जिले का पहला ऐसा टोल प्लाजा होगा जिसमें वसूली तो की जा रही है लेकिन मरम्मत के कार्य पर्याप्त नहीं हो रहे हैं। दो पहिया वाहन चालक अक्सर क्षतिग्रस्त रोड के कारण दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। जबकि यह सड़क जिला पंचायत अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष मध्य प्रदेश के क्षेत्र में से होकर गुजर रही है बावजूद इसके लापरवाही देखी जा सकती है।

टोल टैक्स पर नगद वसूली

वाहन चालकों ने बताया कि हम सीमेंट भर कर प्लांट से रात को निकलते हैं। लेकिन जीराबाद टोल टैक्स पर आकर हमें रोक दिया जाता है क्योंकि यहां पर गाड़ी में लगे फास्ट ट्रैक को स्वीकार नहीं करते और नगद रूपयो की मांग की जाती है। नहीं देने पर दो-दो घंटे इन्तजार कराया जाता है हम कतार में खड़े रहते हैं, कल भी ऐसा ही हुआ। टोल कर्मचारी द्वारा फास्ट ट्रैक को स्वीकार नही किया गया और नगद रूपयो की मांग के चलते रात की 2 बज गई। जबकि हमे नगद टोल देने की अनुमति नहीं रहती है। किसी टोल पर भी ऐसा नहीं होता सिर्फ जीराबाद टोल पर नगद वसूली के लिए हमें फास्ट ट्रैक एक्सेप्ट नहीं करने की बात कही जाती है। चालकों ने बताया कि ऐसा कई महीनो से हो रहा है लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी सुनने को तैयार नहीं।



टोल पर पर्याप्त वसूली मरम्मत पर ध्यान नहीं

आपको बता दे की मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन यानी कि एमपीआरडीसी के अधीन आने वाले इस टोल प्लाजा पर कमर्शियल वाहनों से भरपेट वसूली की जा रही है लेकिन सड़क मरम्मत और सुविधाओं के नाम पर यह टोल प्लाजा जीरो किस श्रेणी में आने लगा है? बीते कई महीनो से इस मुद्दे को मीडिया ने भी प्रमुखता से उठाया था लेकिन संबंधित अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे। आखिर क्या वजह है जो सड़कों की बिना मरम्मत किए और यात्रियों तथा आमजन को सुविधाओं के अभाव में भरपेट वसूली की जा रही है यह अत्यंत पीड़ा दायक विषय है। इस संबंध में सीएम हेल्पलाइन भी की गई थी परंतु शिकायत को मांग की श्रेणी में डालकर बंद कर दी गई।


वर्षा ऋतु को लेकर क्या है तैयारी?

उपरोक्त सड़क मार्ग पर टोल वसूल के लिए कोई प्राइवेट कंपनी नहीं है बल्कि एमपीआरडीसी द्वारा ही टोल की वसूली की जा रही है ज्ञात हो कि जल्द ही वर्षा ऋतु का दौर शुरू होने वाला है लेकिन अभी तक मरम्मत के कार्य पूरे नहीं किए गए। जबकि वर्षा ऋतु से पहले समस्त मार्गों पर टोल ठेकेदारों द्वारा मरम्मत के कार्य को अंजाम दिया जाता है सड़क पर गड्ढों को भरने का कार्य हो या फिर सेंट्रल लाइन पट्टी डालने का, या फिर इसके अतिरिक्त सांकेतिक बोर्ड लगाना यह सभी कार्य अत्यंत आवश्यक रहते हैं क्योंकि बारिश के दिनों में वर्षा होने की वजह से गाड़ियों को सामने कम दिखाई देता है और अक्सर वाहन चालक सेंटर लाइन में बनी हुई सफेद पट्टी को देखकर वाहन संचालित करते हैं। अगर गड्ढे रहे तो उसमें पानी भर जाता है जिससे चालको को गड्ढा दिखाई नहीं देता और वह दुर्घटना का शिकार होता है। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या जानबूझकर एमपीआरडीसी वाहन चालकों के साथ अन्याय कर रही है या फिर वह क्या कारण है जिसके वजह से वर्षा ऋतु से पहले इस मुख्य मार्ग को मरम्मत नहीं किया गया?

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Author: SinghamTimes

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