सिंगरौली में बड़ा हादसा: नाली निर्माण के दौरान मिट्टी धंसी, दो मजदूर दबे; एक की दर्दनाक मौत, दूसरा गंभीर

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मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में मंगलवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) की अमलोरी परियोजना में नाली निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से दो मजदूर दब गए। पांच घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक एक मजदूर की मौत हो चुकी थी, जबकि दूसरा जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।

कैसे हुआ हादसा?

एनसीएल के सीएसआर फंड से ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण का कार्य किया जा रहा था। मंगलवार शाम करीब 5 बजे मजदूर नाली की शटरिंग हटाने में लगे थे, तभी अचानक एक ओर की मिट्टी ढह गई। मिट्टी धंसते ही दोनों मजदूर उसके नीचे दब गए।हादसे की सूचना मिलते ही एनसीएल और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। तत्परता दिखाते हुए तुरंत जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू कराई गई। लगातार 5 घंटे तक चले राहत और बचाव कार्य के बाद दोनों मजदूरों को बाहर निकाला गया।

मजदूरों की पहचान और स्थिति

रोहित वैश्य (मृतक) – डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित कर दिया।

रामकेश पांडू (घायल) – गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज जारी है।

लापरवाही बनी हादसे की वजह!

स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों ने ठेकेदार पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मजदूरों को न तो कोई सुरक्षा उपकरण (सेफ्टी गियर) दिया गया था और न ही सुरक्षा मानकों का पालन हुआ।परिजनों का आरोप है कि सावधानी बरती जाती तो यह हादसा टल सकता था। बिना उचित सुरक्षा इंतजाम के काम कराना ठेकेदार की स्पष्ट लापरवाही को दर्शाता है।

स्थानीय लोगों में गुस्सा, मुआवजे की मांग

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने घटनास्थल पर हंगामा किया और एनसीएल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया। मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने मांग की है:
✅ पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
✅ लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
✅ भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए सुरक्षा मानकों का पालन कराया जाए।

प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

प्रशासन का बयान:

एक अधिकारी ने बताया, “जांच चल रही है, जिम्मेदार पाए जाने वालों पर कार्रवाई निश्चित होगी। पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता की जाएगी।”

👉 सवाल उठता है कि क्या मजदूरों की सुरक्षा ठेकेदार और प्रबंधन की प्राथमिकता नहीं है?
👉 क्या दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई या हादसा कागजी कार्रवाई तक ही सीमित रहेगा?

इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और प्रबंधन की जवाबदेही तय करना अब जरूरी हो गया है।

Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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