उमरिया जिले के भरहुत गांव में एक जर्मन शेफर्ड डॉग ने अपने परिवार की जान बचाने के लिए बाघ से मुकाबला किया। इस दौरान डॉग घायल हो गया, लेकिन उसने बाघ को भगा दिया और परिवार को सुरक्षित बचा लिया। यह घटना दो दिन पहले की है और डॉग का इलाज चल रहा है।
घटना के अनुसार, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पास स्थित भरहुत गांव में एक बाघ शावक रात के समय घर में घुसने की कोशिश कर रहा था। जब यह बाघ घर में घुसा, तो घर के बाहर घूम रहा जर्मन शेफर्ड डॉग ने उसे देखा और भौंकते हुए उसका सामना किया। बाघ डॉग से घबराया नहीं और उसने डॉग पर हमला कर दिया, लेकिन डॉग ने उसे डराने की कोशिश की और बाघ से मुकाबला किया।
बाघ ने डॉग को पकड़ लिया और कुछ दूर तक खींचते हुए ले गया। बाघ ने डॉग को मारने की कोशिश की, लेकिन डॉग ने पूरी ताकत से अपना प्रतिरोध जारी रखा। बाद में बाघ ने हार मान ली और जंगल की ओर लौट गया। इस संघर्ष के दौरान डॉग को गंभीर चोटें आईं, लेकिन गांव वालों की मदद से उसे घायल अवस्था में अस्पताल भेजा गया, जहां उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि डॉग अब खतरे से बाहर है और जल्द ही ठीक हो जाएगा।
इस साहसिक कार्य ने डॉग की बहादुरी को साबित किया, जिसने अपनी जान की परवाह किए बिना परिवार की जान बचाई।
