शादी सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का, संस्कृतियों का, और परंपराओं का ऐसा पवित्र बंधन है, जो जीवनभर के लिए रिश्तों की डोर में बांध देता है। साल 2025 का आगमन उन सपनों और वादों को साकार करने का अवसर लेकर आया है, जो हर परिवार ने अपने दिल में सजाए होते हैं। इस साल शादियों के लिए 75 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं, जो खुशियों और उल्लास से भरे पलों का आह्वान करते हैं।
शहनाई की शुरुआत: नए वादों की दस्तक
16 जनवरी से शहनाई की गूंज एक बार फिर घर-आंगन में मिठास भर देगी। मलमास की समाप्ति के बाद यह दिन दो आत्माओं को मिलाने का पहला शुभ अवसर होगा। उन जोड़ों के लिए यह दिन खास रहेगा, जिन्होंने जिंदगी की एक नई शुरुआत की उम्मीद के साथ अपने सपनों का आकाश सजाया है।
मई: प्यार की बरसात और रिश्तों का पर्व
2025 का मई महीना शादियों के लिहाज से सबसे अनमोल होगा। *16 शुभ मुहूर्तों* के साथ यह महीने हर गली-कूचे में शादी के बैंड-बाजों की धुन, मेहंदी की महक और सजी-धजी बारातों से रोशन होगा। यह वही महीना होगा, जब रिश्ते प्यार की ऊंचाइयों को छूते हैं, और हर माता-पिता अपने बच्चों को खुशियों की नई राह पर बढ़ते देखने का सपना पूरा होता पाते हैं।
हर मुहूर्त, एक नई उम्मीद का वादा
जनवरी से जून तक हर महीने में कई शुभ मुहूर्त हैं, जो परिवारों को एक-दूसरे से जोड़ने का मौका देंगे। नवंबर और दिसंबर के अंत में तीन मुहूर्त भी साल को शानदार विदाई देंगे। लेकिन जुलाई से अक्टूबर तक भगवान विष्णु के शयनकाल में कोई शादी नहीं होगी। यह ठहराव रिश्तों को गहराई से समझने और आगामी खुशियों की तैयारी का समय है।
संघर्ष, विदाई, और नई शुरुआत की कहानी
शादी का हर पल गहरी भावनाओं से भरा होता है। एक बेटी के लिए यह उसके पिता की गोद से ससुराल की चौखट तक का सफर होता है, जहां विदाई के आंसू और खुशी के सपने एक साथ बहते हैं। मां अपने बच्चे को उस दिन जिंदगी के नए सफर पर भेजती है, जब वह उसकी आंखों में सजी खुशियां देखती है।
शादी सिर्फ उत्सव नहीं, यह जज्बात, विश्वास, और नए रिश्तों को अपनाने की भावना का संगम है। साल 2025 उन सभी परिवारों के लिए एक आशीर्वाद की तरह है, जो अपने घरों में शादी का संगीत सुनने की चाह रखते हैं।
शुभ मुहूर्त 2025: हर तारीख एक कहानी
– जनवरी: 10 दिन (16, 17, 18….)
– फरवरी: 14 दिन
– मई: 16 दिन – साल का सबसे खास महीना
हर शुभ मुहूर्त अपने साथ नई खुशियां और उम्मीदें लेकर आता है। यह साल अपने साथ न सिर्फ बंधनों की मजबूत डोर लेकर आएगा, बल्कि परिवारों में प्यार, अपनापन और नजदीकियां भी बढ़ाएगा।इस साल की शादियां सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि अनगिनत यादें होंगी जो ताउम्र दिलों में बसी रहेंगी।