
मनावर : (सिंघम रिपोर्टर) ग्राम पंचायत टवलाई में दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद को लेकर बीते दिन आदिवासी भाजपा नेता सरपंच पति मोनू रावत, हिमेश भार्गव, कार्तिक पटेल, अमरसिंह पर बीएनएस की धारा 296, 118 (1), 351 (3), 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। रिपोर्टकर्ता ने थप्पड़ ओर चाकू से हमले की भी बात कही। विवाद में अब आदिवासी नेता मनावर विधायक डॉ हीरालाल अलावा की एंट्री भी हो चुकी है। विधायक ने आदिवासी भाजपा नेता मोनू रावत के पक्ष में धरमपुरी थाने पहुंचकर थाना प्रभारी संतोष यादव से वार्तालाप की और एक तरफा कार्यवाही करने पर नाराजगी जाहिर की। जयस और कांग्रेस नेताओं ने पुलिस थाने पर बड़ी संख्या में पहुंच कर आदिवासी नेता का पक्ष रखा ओर दूसरे पक्ष के खिलाफ एसडीओपी अनु बेनीवाल को लिखित आवेदन दिया।

विधायक डॉ अलावा सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा..
“विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत टवलाई में आदिवासी सरपंच पति मोनू रावत के खिलाफ बिना किसी जांच बिना किसी ग्राम सभा की सुने बिना किसी पेशा समिति की सलाह के धरमपुरी थाने पर एफआरआई दर्ज की गई है जो पूरी तरह गलत है। ऐसे तो कोई भी पंचायत के खिलाफ थाने में जाकर सरपंचों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर देंगे तो फिर पेशा कानून का क्या महत्व है? पेशा समितियों का क्या महत्व रह जाएगा। पांचवीं अनुसूचित क्षेत्रों में बीजेपी सरकार के पुलिस विभाग के अधिकारी खुलेआम आदिवासियों के लिए बने कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे है। उन्होंने कहा कि अब पड़े लिखे आदिवासी युवाओं को पुलिस प्रशासन की दादागिरी के खिलाफ खड़े होकर आवाज उठाना जरूरी है वर्ना आदिवासी क्षेत्रों आदिवासी कानूनों का कोई मतलब नहीं रहेगा।”









