सरकार की बड़ी डिजिटल स्ट्राइक! Google Play Store से हटाए गए 119 चीनी ऐप्स

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20 फरवरी 2025: भारत सरकार ने एक बार फिर डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के मद्देनज़र 119 चीनी ऐप्स को Google Play Store से हटाने का आदेश दिया है। इन ऐप्स के लिंक चीन और हांगकांग के डेवलपर्स से जुड़े हुए हैं, जो देश की साइबर सुरक्षा के लिए खतरा माने जा रहे थे। बैन किए गए अधिकतर ऐप्स वीडियो और वॉइस चैट प्लेटफॉर्म्स हैं।

लगातार तीसरी बार डिजिटल स्ट्राइक

सरकार ने आईटी एक्ट 69ए के तहत यह कार्रवाई की है। मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ये ऐप्स अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित लूमन डेटाबेस में लिस्टेड थे। गौरतलब है कि भारत ने पहली बार 2020 में टिकटॉक और शेयरइट समेत 100 से ज्यादा चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद 2021 और 2022 में भी कई ऐप्स पर डिजिटल स्ट्राइक हुई थी।

इन बड़े ऐप्स पर लगी रोक

119 बैन किए गए ऐप्स में से अब तक 15 ऐप्स Google Play Store से हटाए जा चुके हैं, जबकि अन्य पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। बैन किए गए कुछ प्रमुख ऐप्स में शामिल हैं:

ChillChat: सिंगापुर बेस्ड वीडियो चैट और गेमिंग प्लेटफॉर्म, जिसे मेंगोस्टोर टीम ने डेवलप किया था। प्ले स्टोर पर इसके 1 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड्स थे।

ChangApp: एक चीनी ऐप जो लाखों यूज़र्स के बीच लोकप्रिय था।

HoneyCam: ऑस्ट्रेलियन कंपनी द्वारा विकसित यह ऐप फोटो फिल्टर के लिए इस्तेमाल होता था।

केंद्र सरकार का सख्त संदेश

सरकार का यह कदम साइबर स्पेस में विदेशी हस्तक्षेप को रोकने की दिशा में एक कड़ा संदेश है। इस फैसले से न केवल भारत की डिजिटल सीमाएं मजबूत होंगी, बल्कि यूज़र्स की डेटा प्राइवेसी भी सुरक्षित रहेगी। साथ ही, देश के भीतर विकसित ऐप्स को भी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

पहले भी उठाए गए ऐसे कदम

2020: TikTok, Shareit समेत 100 से अधिक चीनी ऐप्स पर पहली डिजिटल स्ट्राइक।

2021-2022: PUBG Mobile समेत कई लोकप्रिय गेमिंग और सोशल मीडिया ऐप्स बैन।

2025: मौजूदा डिजिटल स्ट्राइक में 119 ऐप्स के सार्वजनिक एक्सेस पर रोक।

भारत सरकार की इस डिजिटल स्ट्राइक का मकसद देशवासियों की साइबर सुरक्षा को सुनिश्चित करना और विदेशी ऐप्स द्वारा डेटा चोरी जैसे खतरों पर लगाम लगाना है। सरकार के इस फैसले से यूज़र्स को सतर्क रहना चाहिए और केवल सुरक्षित एवं प्रमाणित ऐप्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए।

Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

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