राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी को मिलेगा आजीवन वेतन

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

अयोध्या में स्थित रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, जो पिछले 34 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं, को ट्रस्ट ने आजीवन वेतन देने का फैसला किया है। बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य कारणों से ट्रस्ट ने उनसे पूजा-अर्चना के कार्य से निवृत्ति का निवेदन किया है।

पुजारी का योगदान
आचार्य सत्येंद्र दास 1992 से राममंदिर के मुख्य पुजारी हैं। शुरुआत में उन्हें केवल ₹100 मासिक वेतन मिलता था, लेकिन समय के साथ यह बढ़कर ₹38,500 हो गया। यह वेतन उन्हें आजीवन दिया जाएगा। ट्रस्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे अपनी इच्छा के अनुसार मंदिर आ सकते हैं और पूजा कर सकते हैं।

सेवा से निवृत्ति
हाल ही में आयोजित ट्रस्ट की बैठक में 87 वर्षीय आचार्य सत्येंद्र दास को स्वास्थ्य समस्याओं के चलते सेवा से मुक्त करने का प्रस्ताव रखा गया। इस पर सभी ट्रस्टी सहमत हुए। हालांकि, उनकी भक्ति और मंदिर में योगदान को देखते हुए उन्हें आजीवन वेतन और सम्मान देने का निर्णय लिया गया।

रामलला की पूजा का सफर
आचार्य सत्येंद्र दास बाबरी विध्वंस से लेकर राममंदिर निर्माण तक के गवाह रहे हैं। उन्होंने टेंट में रहे रामलला की 28 साल तक पूजा की। इसके बाद चार वर्षों तक अस्थायी मंदिर में सेवा की। रामलला की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा के साथ उनका योगदान अमूल्य रहा है।

रामजन्मभूमि ट्रस्ट के इस निर्णय से पुजारी जी के वर्षों के योगदान को सम्मानित किया गया है और उनके अनुभव की सराहना की गई है।
Pooja upadhyay
Author: Pooja upadhyay

Leave a Comment

और पढ़ें