🕵️♂️ प्रकरण की प्रमुख जानकारी
- शादी और हनीमून: राजा रघुवंशी (29) और सोनम रघुवंशी (25) की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई और 20 मई को उन्होंने हनीमून के लिए मेघालय की यात्रा की
- अदृश्यता: 23 मई को नोंग्रियाट गांव से श्रीलंघ तक वापस आते समय दोनों गायब हो गए; राजा का शव 2 जून को वाटरफॉल के पास एक गहरी खाई में मिला
🧠 SP विवेक सियॉम के खुलासे
- साजिश की रूपरेखा
- योजना फरवरी से चल रही थी, लेकिन अंतिम रूप 11 दिन पहले शादी से पहले ही तैयार हो गया ।
- सोनम के प्रेमी, राज कुशवाहा, साजिश का मुख्य दिमाग था, जबकि सोनम सक्रिय सहयोगी थी।
- पूर्व प्रयास
- चार बार हत्या की कोशिश की गई—गुवाहाटी, नोंग्रियाट, मावलाख्यात, और अंततः वैयसॉडोंग फॉल्स, सोहरा में सफलता मिली ()।
- आखिरी वार वैयसॉडोंग फॉल्स में हुआ, तीनों आरोपियों ने राजा को चपेट में लिया और सोनम मौके पर मौजूद थी ।
- सामान और भागने की साजिश
- सोनम ने खून से सनी बारिश कोट को आरोपियों में से एक को दे दिया और खुद बुरका पहनकर भाग गई
- स्मार्ट भागने की योजना: टैक्सी → गुवाहाटी → सिलिगुड़ी → पटना → लखनऊ → अंत में इंदौर, 8 जून को पुलिस द्वारा दबोची गई ।
- मोबाइल और फोरेंसिक साक्ष्य
- सिसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और अपराध स्थल से बरामद खून सना कोट व शर्ट ने सोनम और राज के बीच संबंध स्पष्ट कर दिए ।
- सोनम ने पूछताछ में टूट कर स्वीकार किया कि उसने हत्या की साजिश रची थी ।
📌 प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें
- सोनम “प्रयोजन में सक्रिय” थी; राज मुख्य साजिशकर्ता ।
- हत्या एक पैसों का सौदा नहीं, बल्कि राज और सोनम के प्रेम-प्रसंग का नतीजा था; आरोपियों ने राज के लिए इसे एक “अनुरोध” के रूप में अंजाम दिया ।
- अभी और पूछताछ शेष है, पर फोरेंसिक और बात चुनिंदा साक्ष्य स्पष्ट कर रहे हैं ।
🗣️ समाज व परिवार की प्रतिक्रिया
- शिलांग व सोहरा में पुलिस हिरासत के दौरान भारी जनहुजूम और विरोधी मार्च हुए, जहाँ लोक भावनाएँ तीखी रहीं ।
📋 अगले कदम
- अदालत ने सभी पांच आरोपियों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
- SIT मोबाइल डेटा, CCTV और फोरेंसिक सबूतों से पूरी साजिश की पुनः-निर्माण में जुटी है।
- पुलिस 90 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल करेगी ।
✍️ Singham Times का विश्लेषण
- यह मामला प्री-मारिटल साजिश और प्रेम-प्रसंग की दुर्दान्त परिणति है।
- SP विवेक सियॉम ने स्पष्ट विवरण और सुबूत साझा कर जांच की पारदर्शिता बनाए रखी है।
- अब देखना है कि अगली सुनवाई और पूछताछ में और तथ्य सामने आते हैं या नहीं।
