रतलाम रेल मंडल में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रतलाम से चित्तौड़गढ़ जा रही 79303 डेमू पैसेंजर ट्रेन का इंजन चलते समय कोच से अलग हो गया, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना बड़ायला चौरासी और जावरा स्टेशन के बीच हुई। गनीमत रही कि उस समय ट्रेन की गति धीमी थी, जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
क्या है पूरा मामला?
सुबह करीब 9:56 बजे रतलाम स्टेशन से रवाना हुई डेमू ट्रेन जब बड़ायला चौरासी के पास पहुंची, तो अचानक इंजन कोच से अलग हो गया। घटना के तुरंत बाद यात्री घबरा गए और ट्रेन में हड़कंप मच गया। कई यात्रियों ने इमरजेंसी चेन खींचकर ट्रेन को पूरी तरह रोक दिया।
रेलवे की तत्परता से टला बड़ा हादसा
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और तकनीकी कर्मचारी मौके पर पहुंचे। करीब 1.30 घंटे की मशक्कत के बाद इंजन को दोबारा कोच से जोड़ दिया गया। जांच के बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया। रेलवे अधिकारियों ने प्राथमिक जांच में कपलिंग फेलियर को हादसे का कारण बताया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
यात्रियों ने जताई नाराजगी
हादसे के बाद यात्रियों ने रेलवे प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। कई यात्रियों ने बताया कि ट्रेन की फिटनेस और मेंटेनेंस की अनदेखी हो रही है। इस घटना के चलते ट्रेन करीब डेढ़ घंटे देरी से अपनी यात्रा पर रवाना हुई।
लगातार हो रही घटनाएं, बढ़ी चिंताएं
रतलाम रेल मंडल में डेमू ट्रेनों में तकनीकी खामियां कोई नई बात नहीं हैं। बीते कुछ महीनों में कपलिंग टूटने, कोच में आग लगने और अन्य तकनीकी खामियों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठना लाजमी है।
रेलवे ने क्या कहा?
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि “घटना में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई है। सुरक्षा मानकों के तहत इंजन को दोबारा जोड़ा गया और ट्रेन को सुरक्षित रवाना किया गया। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए मेंटेनेंस प्रक्रिया को और सख्त किया जाएगा।”
