मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में 24 जनवरी को खरगोन जिले के महेश्वर में एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक आयोजित की जाएगी। यह बैठक मालवा की महान शासिका, लोकमाता देवी अहिल्या बाई के समर्पण में होगी। बैठक से पहले मुख्यमंत्री और उनके मंत्रीगण महेश्वर के प्रसिद्ध अहिल्या किले में राजगद्दी के दर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि वर्ष 2025 में देवी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती मनाई जाएगी, जिसके तहत राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस बैठक के माध्यम से लोकमाता के योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी।
बैठक में कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा और निर्णय होने की संभावना है, जिनमें:
नई आबकारी नीति पर विचार – प्रदेश में शराब की बिक्री के संबंध में नए दिशा-निर्देशों की योजना।
बस सेवा का विस्तार – कुछ चुनिंदा रूटों पर बस सेवाएं शुरू करने के लिए मंजूरी।
धार्मिक शहरों में शराब की दुकानें बंद करना – आगामी अप्रैल 2025 से प्रदेश के प्रमुख धार्मिक शहरों में शराब की दुकानें बंद करने की योजना पर चर्चा।
बैठक के बाद, मुख्यमंत्री मंडलेश्वर में विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिनमें 774 करोड़ रुपये की महेश्वर-जाना पाव सिंचाई योजना शामिल है, जिससे खरगोन जिले में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार होगा।
लोकमाता अहिल्या देवी का जीवन परिचय
लोकमाता अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1725 को अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में हुआ था। उनके जीवन का उद्देश्य राज्य और समाज की सेवा था। उन्होंने इंदौर की गद्दी संभालने के बाद कुशल प्रशासन, धर्म, न्याय और समाज सुधार में अद्वितीय कार्य किए। वे महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली महान नेता थीं और उनके शासनकाल में इंदौर एक समृद्ध और सुव्यवस्थित राज्य बना। उनके योगदान से आज भी हमें प्रेरणा मिलती है।