मैहर, मध्यप्रदेश—मैहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक मानसिक रूप से अस्वस्थ युवक की आत्महत्या के बाद पुलिस ने उसके शव को कचरा वाहन में डालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया। इस अमानवीय कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
क्या है पूरा मामला?
सतना जिले के कोटर निवासी 40 वर्षीय गुड्डू कोल अपनी ससुराल मैहर आया था। बताया जा रहा है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ था और झाड़-फूंक के लिए लाया गया था। बुधवार दोपहर, उसने गोला मठ मंदिर रोड पर एक बिजली के खंभे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राहगीरों ने शव को लटका देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस की संवेदनहीनता उजागर
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा, लेकिन उसे ले जाने के लिए कोई सम्मानजनक साधन उपलब्ध नहीं कराया। हैरानी की बात यह रही कि पुलिस ने शव को कचरा वाहन में डालकर अस्पताल पहुंचाया, वह भी बिना वाहन को साफ किए।
वीडियो वायरल, पुलिस पर उठे सवाल
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही जनता में भारी आक्रोश फैल गया। लोग पुलिस की अमानवीयता की निंदा कर रहे हैं और प्रशासन से इस लापरवाही पर जवाब मांग रहे हैं।
पुलिस की सफाई
कोतवाली थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी ने बताया कि मृतक सतना जिले का निवासी था और अपनी ससुराल झाड़-फूंक कराने आया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, कचरा वाहन में शव ले जाने के फैसले को लेकर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है।
जनता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस संवेदनहीन व्यवहार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। क्या पुलिसकर्मी इस लापरवाही के लिए जवाबदेह होंगे? या फिर यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
