वीर बाल दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों की वीरता और बलिदान को अब प्रदेश के स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
भोपाल में स्थित हमीदिया रोड के गुरुद्वारे में जाकर मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साहिबजादों—अजीत सिंह जी, जुझार सिंह जी, जोरावर सिंह जी और फतेह सिंह जी की शहादत को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वीर बाल दिवस के रूप में इस दिन को मनाने के लिए धन्यवाद भी दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख समाज के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता, खासकर उनकी अहम भूमिका भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में। उन्होंने आगे बताया कि गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की वीरता को अब मध्य प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में समाहित किया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ी उनके समर्पण और बलिदान से प्रेरणा ले सके।
यह पहल 2022 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुई, जब 26 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। 1705 में, इन चारों साहिबजादों ने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
