महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान के दौरान संगम तट पर एक भयावह दृश्य देखने को मिला। लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए जुटे थे, तभी अचानक भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए गिरने लगे और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। रात करीब 1 बजे संगम के आसपास भीड़ बढ़ने लगी और स्नान के लिए महिलाएं और पुरुष एक-दूसरे से भिड़ने लगे। बैरिकेटिंग टूटने से भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई, जिससे कई लोग घायल हो गए और कुछ की मौत हो गई।
घटना के बाद एंबुलेंस की आवाज सुनाई दी और घायलों को अस्पताल ले जाया गया। लोग अचेत पड़े थे, और अस्पताल में डॉक्टर और नर्स प्राथमिक उपचार देने में व्यस्त थे। वहीं, कई लोग अपने परिवार से बिछड़ गए और उनका सामान बिखरा पड़ा था। कुछ श्रद्धालु तो यह नहीं समझ पा रहे थे कि वे जिंदा हैं या नहीं। प्रशासन द्वारा जाने और आने के लिए एक ही रास्ता होने के कारण यह हादसा और भी गंभीर हो गया।
इस हादसे ने लोगों की जान को खतरे में डाल दिया, और जो लोग गिर गए, वे एक-दूसरे के ऊपर कुचले गए। स्थिति इतनी भयावह थी कि पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रही। कई लोगों ने अपने अपनों को खो दिया, जिनमें एक शख्स ने बताया कि उसके चाचा की मौत भीड़ में दबकर हो गई।