महाकुंभ नगर में 22 जनवरी 2025 को होने वाली कैबिनेट बैठक में धार्मिक क्षेत्र के प्रस्ताव पर मुहर लगने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रस्ताव में प्रयागराज, वाराणसी, और अन्य सात जिलों को मिलाकर एक विशेष धार्मिक क्षेत्र स्थापित किया जाएगा। यह प्रस्ताव पहले ही तैयार किया जा चुका है और इस पर कैबिनेट में चर्चा की जाएगी।
धार्मिक क्षेत्र से जुड़े प्रस्ताव के लाभ
यदि यह प्रस्ताव मंजूर होता है, तो इन जिलों में धार्मिक पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा। इसके अलावा, महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों के आयोजन के लिए जरूरी सुविधाओं में भी सुधार किया जाएगा। इस कदम से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिल सकती है और महाकुंभ की धार्मिक महत्ता और बढ़ सकती है।
कैबिनेट बैठक में अन्य प्रस्तावों पर चर्चा
कैबिनेट बैठक में धार्मिक क्षेत्र के प्रस्ताव के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी चर्चा हो सकती है, जिनकी मंजूरी की उम्मीद है। ये प्रस्ताव राज्य सरकार की योजनाओं और परियोजनाओं से संबंधित हो सकते हैं, जिनका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के समग्र विकास और समृद्धि को बढ़ावा देना है।यह कदम महाकुंभ मेले की धार्मिक महत्ता को और बढ़ाने के साथ-साथ, प्रदेश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।