महाकाल अन्नक्षेत्र में दानदाताओं को मिलेगी खास सुविधाएं, भस्म आरती और नि:शुल्क ठहरने की व्यवस्था।

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उज्जैन महाकाल मंदिर में दानदाताओं के लिए नई सुविधाएं लागू होने जा रही हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव की पहल पर अन्नक्षेत्र की व्यवस्था को अधिक सुव्यवस्थित करने की जिम्मेदारी वरिष्ठ समाजसेवी सुरेंद्रसिंह अरोरा को सौंपी गई है। उन्होंने कलेक्टर और मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर इसके विस्तार की योजना बनाई है।

दानदाताओं को विशेष लाभ मंदिर समिति अन्नक्षेत्र में भोजन कराने वाले दानदाताओं को नि:शुल्क भस्म आरती के दर्शन की सुविधा देगी। साथ ही, यदि दानदाता उज्जैन से बाहर के हैं, तो उन्हें महाकालेश्वर अतिथि निवास में नि:शुल्क ठहरने की सुविधा भी मिलेगी। यह पहली बार होगा जब दानदाताओं को इस प्रकार का विशेष लाभ मिलेगा।

अन्नक्षेत्र विस्तार की योजना मुख्यमंत्री मोहन यादव का उद्देश्य है कि महाकाल मंदिर का अन्नक्षेत्र आधुनिक सुविधाओं से युक्त हो, जिससे अधिक से अधिक भक्त प्रसादी ग्रहण कर सकें। फिलहाल, प्रतिदिन लगभग 3,000 से 4,000 भक्त भोजन करते हैं, जिसे अगले एक माह में 10,000 तक बढ़ाने की योजना है।

नए बदलाव और सुधार

• अन्नक्षेत्र में भोजन बनाने का ठेका निजी फर्म को दिया जाएगा।

• भोजन की गुणवत्ता को और बेहतर किया जाएगा।

• भक्तों के लिए प्रथम और द्वितीय तल पर बैठने की व्यवस्था होगी, साथ ही बुफे सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।

• अन्नक्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए जनरेटर लगाए जाएंगे।

• महाप्रसादी के लिए कूपन वितरण की नई और पारदर्शी व्यवस्था लागू की जाएगी।

• देशभर के किसानों से गेहूं, चावल, दाल, सब्जी आदि का दान लेने का अनुरोध किया जाएगा।

दानदाताओं का योगदान एक दानदाता ने भोजन बनाने और परोसने के लिए नि:शुल्क बर्तन दान किए हैं। इसके अलावा, अन्नक्षेत्र में लगी मशीनों के सुधार कार्य भी दानदाताओं के सहयोग से किए जा रहे हैं।

प्रशासन के निर्देश कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने अन्नक्षेत्र की वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इसका अलग बैंक खाता खोलने और आय-व्यय पत्रक अलग से बनाने के निर्देश दिए हैं। इससे संचालन में अधिक पारदर्शिता आएगी और मंदिर प्रशासन की कार्यप्रणाली में सुधार होगा।

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