मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सेना की फायरिंग रेंज में हुए भीषण विस्फोट से एक नाबालिग की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद प्रशासन और सेना के अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे जैतपुर गांव के पास यह दर्दनाक हादसा हुआ। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 17 वर्षीय किशोर ने फायरिंग रेंज में पड़े बिना फटे गोला-बारूद के टुकड़े को छू लिया, जिससे उसमें विस्फोट हो गया।
घायलों का इलाज जारी
घायलों को उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। स्थानीय प्रशासन और सेना की टीम घटनास्थल पर मौजूद है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
क्यों होता है ऐसा खतरा?
फायरिंग रेंज के आसपास के ग्रामीण अक्सर गोला-बारूद के अवशेष इकट्ठा कर उसे कबाड़ के रूप में बेचते हैं, जिससे उन्हें तांबे जैसी धातुएं मिलती हैं। हालांकि, यह बेहद खतरनाक होता है, क्योंकि बिना फटे गोले कभी भी विस्फोट कर सकते हैं।
जांच जारी, प्रशासन ने की अपील
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और लोगों से अपील की है कि वे फायरिंग रेंज के आसपास लावारिस पड़ी संदिग्ध वस्तुओं को न छूएं।यह हादसा एक बार फिर बताता है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। प्रशासन और सेना की ओर से आगे के एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
