मध्य प्रदेश सरकार ने नर्सरी से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए सीएम राइज स्कूलों की योजना बनाई है, जो अब तेजी से आकार ले रहे हैं। इन स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समुचित सुविधाएं प्रदान करने का उद्देश्य रखा गया है। सीएम राइज स्कूलों में आधुनिक तकनीक, उपकरण और शिक्षा की उच्चतम गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी।
इन स्कूलों का निर्माण 27 हेक्टेयर जमीन पर किया जा रहा है, और इसमें नर्सरी से लेकर 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए एक ही परिसर में सभी कक्षाएं संचालित होंगी। खास बात यह है कि ये स्कूल दोनों माध्यमों, हिंदी और अंग्रेजी में कक्षाएं प्रदान करेंगे।
इसके अलावा, छात्रावासों की भी व्यवस्था की गई है, जिनकी लागत 230 लाख रुपये प्रति छात्रावास है। ये छात्रावास विशेष रूप से जनजाति कार्य विभाग के तहत बनाए जा रहे हैं।
इन स्कूलों की डिजाइन काफी आकर्षक और बहुमंजिला होगी, जैसे कि शहर में स्थित सीएम राइज स्कूल तीन मंजिला है, जो किसी कारपोरेट ऑफिस जैसा दिखता है। इन स्कूलों में कुल 513 क्लास रूम्स, 29 लैब्स और अन्य आवश्यक सुविधाएं जैसे खेल का मैदान, स्टाफ रूम, प्रिंसिपल रूम और शौचालय की व्यवस्था होगी।
जिले में 10 सीएम राइज स्कूलों के लिए 314.53 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है और इन स्कूलों का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। इस तरह के स्कूलों का उद्देश्य छात्रों को 21वीं सदी की दक्षताएं प्रदान करना है और उन्हें आधुनिक शिक्षा प्रणाली से लैस करना है।