मध्य प्रदेश में उपचुनावों के कारण भर्ती परीक्षाओं का शेड्यूल बिगड़ा, आगे की राह मुश्किल

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मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक प्रवेश परीक्षाओं का जिम्मा *मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी)* के पास है। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनावों (सीहोर और श्योपुर जिलों में) के चलते दिसंबर तक आयोजित होने वाली कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं समय पर नहीं हो पाईं।

क्या हुआ अब तक? 

भर्ती प्रक्रिया बाधित

सरकार ने खाली पदों की पहचान करके ईएसबी को भर्ती प्रक्रिया आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। संभावित परीक्षा कार्यक्रम भी जारी किया गया और अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त हुए। लेकिन उपचुनावों के कारण परीक्षा का शेड्यूल बिगड़ गया। दिसंबर तक आयोजित होने वाली आठ भर्ती परीक्षाएं अब तक नहीं हो पाई हैं।

समूह-5 परीक्षाओं में देरी

ईएसबी ने 25 नवंबर को समूह-5 के तहत नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य पदों के लिए संयुक्त भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी किया था। आवेदन प्रक्रिया 26 नवंबर से शुरू होनी थी, लेकिन अब तक शुरू नहीं हो सकी।  इसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि सरकार ने इन पदों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। पहले इन पदों की संख्या 900 थी, जिसे अब 1700 से अधिक किया जाएगा।

परीक्षाओं में देरी के अन्य कारण

  1. परीक्षा केंद्रों की कमी

ईएसबी ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करता है, लेकिन कंप्यूटर आधारित परीक्षा केंद्रों की अनुपलब्धता के कारण शेड्यूल पर असर पड़ा।

  1. परीक्षा एजेंसी का चयन न होना

ईएसबी अब तक परीक्षा आयोजित करने के लिए किसी नियमित एजेंसी का चयन नहीं कर पाया है। वर्तमान में वह *एजुक्विटी करियर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड* के माध्यम से परीक्षाएं कराना चाहता है, लेकिन इस प्रक्रिया में देरी हो रही है।

  1. नीट और अन्य राष्ट्रीय परीक्षाओं का प्रभाव

नीट और अन्य परीक्षाओं के कारण भी ईएसबी की परीक्षाओं का समय निर्धारण प्रभावित हुआ। लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों के बावजूद, ईएसबी ने बीते पांच महीनों में चार प्रवेश और दो भर्ती परीक्षाएं कराई हैं। इन परीक्षाओं में 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। हालांकि, शेष परीक्षाएं अब अगले साल आयोजित की जाएंगी।

आगे क्या होगा? 

समूह-5 की परीक्षा – समूह-5 के अंतर्गत 1700 पदों के लिए भर्ती परीक्षा अब जनवरी 2025 में कराई जाएगी।

नए पदों की स्वीकृति – सरकार ने सभी विभागों से भर्ती के लिए आवश्यक पदों की संख्या मांगी है। इसके बाद ही नई भर्तियों का कार्यक्रम तय किया जाएगा।

एजेंसी का चयन – ईएसबी जल्द ही परीक्षा आयोजित करने वाली नियमित एजेंसी का चयन करेगा, जिससे भविष्य की परीक्षाओं में देरी न हो।

निष्कर्ष 

मध्य प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं का कार्यक्रम उपचुनावों और प्रशासनिक चुनौतियों के कारण प्रभावित हुआ है। अब सरकार और ईएसबी को नए साल में तेजी से प्रक्रिया पूरी करने और अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

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