प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अंतर्गत देश के 103 रेलवे स्टेशनों के नव निर्माण और आधुनिकीकरण का वर्चुअल उद्घाटन किया। इनमें मध्यप्रदेश के छह प्रमुख स्टेशन – नर्मदापुरम, श्रीधाम, कटनी साउथ, शाजापुर, सिवनी और ओरछा शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नर्मदापुरम से जुड़े और उन्होंने इसे “बदलते भारत की नई तस्वीर” बताया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि भोपाल के भेल क्षेत्र में वंदे भारत और मेट्रो ट्रेन के कोच निर्माण की योजना भी शुरू की जा रही है। उन्होंने पीएम मोदी की कूटनीति की सराहना करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की शक्ति का प्रदर्शन किया और देश एकजुट रहा।
MP के स्टेशनों पर 86 करोड़ की लागत से सुविधाएं प्रदेश के छह रेलवे स्टेशनों को 86 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक रूप दिया गया है। इनमें हाईमास्ट लाइटिंग, वेटिंग रूम, डिजिटल डिस्प्ले, दिव्यांगों के लिए रैंप जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं शामिल हैं। हर स्टेशन पर स्थानीय कला, संस्कृति और विरासत की झलक भी प्रस्तुत की गई है।
स्टेशन विशेषताएं संक्षेप में:
- नर्मदापुरम – 26 करोड़ रुपये की लागत से ‘नर्मदा थीम’ पर आधारित। यहां भोपाल मंडल का सबसे चौड़ा 12 मीटर का फुट ओवर ब्रिज बना है।
- श्रीधाम – 24 करोड़ की लागत से शंकराचार्य स्वरूपानंद की छवियों और लोक कला से सुसज्जित।
- सिवनी – 14.46 करोड़ की लागत से ‘जंगल बुक’ और पेंच टाइगर रिजर्व से प्रेरित चित्रकारी।
- कटनी साउथ – 12.88 करोड़ की लागत से महाराणा प्रताप की प्रतिमा और पार्क का निर्माण।
- शाजापुर – 13 करोड़ की लागत से बना ‘आर्ट एंड कल्चर ज़ोन’ यात्रियों को सांस्कृतिक अनुभव कराता है।
- ओरछा – 6.5 करोड़ की लागत से रामराजा मंदिर की थीम पर आधारित स्टेशन, जहां रामायण के दृश्य दीवारों पर चित्रित हैं।
यह पहल न केवल यात्री सुविधाओं को बेहतर बना रही है, बल्कि मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान को भी उभारने का कार्य कर रही है।
