मकर संक्रांति के अवसर पर उज्जैन में विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। महाकाल मंदिर में विशेष भस्म आरती का आयोजन होगा, जिसमें भगवान महाकाल को तिल से उबटन कर स्नान कराया जाएगा और इसके बाद उनका शृंगार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, शिप्रा नदी में स्नान के बाद श्रद्धालु दान पुण्य करेंगे। सांदीपनि आश्रम और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में भी खास पूजा-अर्चना का आयोजन होगा।
मकर संक्रांति के दिन, 14 जनवरी को महाकाल मंदिर में तड़के चार बजे भस्म आरती होगी, जिसमें भगवान महाकाल को तिल से उबटन कराया जाएगा और हल्के गर्म जल से स्नान कराया जाएगा। इसके बाद उन्हें नए वस्त्र और आभूषण पहनाए जाएंगे और तिल के पकवानों का भोग अर्पित किया जाएगा।
सांदीपनि आश्रम में भी विशेष पूजा होगी, जहां भगवान श्रीकृष्ण को तिल से स्नान कराकर भोग अर्पित किया जाएगा। इसके साथ ही सूर्यदेव की पूजा अर्चना के बाद मंदिर के शिखर पर नया ध्वज फहराया जाएगा।
रामघाट पर भी मकर संक्रांति के दिन पर्व स्नान होगा। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर भक्त शिप्रा में स्नान करेंगे और ब्राह्मणों को दान देंगे। ओंकारेश्वर में तिल के लड्डुओं का भोग अर्पित किया जाएगा, और इस दिन नर्मदा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।