मकर संक्रांति के पावन अवसर पर ओंकारेश्वर, भेड़ाघाट, गौरीघाट सहित नर्मदा और क्षिप्रा नदी के किनारे हजारों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर भी भक्तों की भारी भीड़ थी, जिन्होंने ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर सूर्य नारायण को अर्घ्य अर्पित किया।
दतिया जिले के सेवड़ा और उनाव में भी धार्मिक महत्त्व है, जहां श्रद्धालु मकर संक्रांति के मौके पर आकर पुण्य अर्जित करते हैं। सेवड़ा में भगवान ब्रह्माजी के पुत्रों द्वारा की गई तपस्या का ऐतिहासिक महत्व है।
ओंकारेश्वर में मकर संक्रांति के दौरान विशेष पूजा का आयोजन किया गया। यहां के ज्योतिर्लिंग मंदिर में श्रद्धालु तिल अर्पित करते हुए भगवान विष्णु के प्रति आस्था व्यक्त करते हैं। ओंकारेश्वर तट पर स्नान और दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे हैं।
अमरकंटक और खंडवा में भी मकर संक्रांति के पर्व पर भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है। यहां के तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालु नर्मदा स्नान कर भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन कर रहे हैं, और इस दौरान ठंड की परवाह किए बिना उनकी आस्था का उत्सव जारी है।