राजधानी भोपाल में केंद्र सरकार की हाउसिंग फॉर ऑल योजना के तहत गरीब और जरूरतमंदों को दिए गए आवासों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आई हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा कराए जा रहे सर्वे में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि कई हितग्राहियों ने इन आवासों को न केवल किराए पर दे दिया, बल्कि कुछ ने बेच भी दिया है।
क्या है ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ योजना?
यह योजना प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाती है, जिसका उद्देश्य शहरी गरीबों को पक्के मकान मुहैया कराना है। इसके अंतर्गत लाभार्थियों को सब्सिडी पर आवास उपलब्ध कराए जाते हैं।
224 फ्लैटों का सर्वे, 20 पर गड़बड़ी
अब तक किए गए 224 फ्लैटों के सर्वे में 8 आवास ऐसे पाए गए हैं, जिन्हें हितग्राहियों ने गैरकानूनी तरीके से बेच दिया है। वहीं, 12 फ्लैटों को किराए पर चढ़ा दिया गया है। इसके अलावा एक फ्लैट में अवैध कब्जा भी मिला है।
टीटी नगर एसडीएम की निगरानी में चल रहा सर्वे
यह सर्वे टीटी नगर की एसडीएम अर्चना रावत शर्मा के निर्देशन में किया जा रहा है। जांच टीम में नायब तहसीलदार, पटवारी और नगर निगम का राजस्व अमला शामिल है। टीम ने सोमवार को आंबेडकर नगर स्थित ए-ब्लॉक में घर-घर जाकर फ्लैटों का निरीक्षण किया।
निवास नहीं कर रहे हितग्राही
सर्वे का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि जिन्हें आवास दिए गए हैं, क्या वे वास्तव में वहां रह रहे हैं या नहीं। कई मामलों में हितग्राही खुद न रहकर किरायेदारों, रिश्तेदारों को वहां बसा चुके हैं, जो कि योजना की शर्तों का उल्लंघन है।
आवंटन रद्द करने की तैयारी
एसडीएम अर्चना रावत शर्मा ने बताया कि सर्वे के आधार पर नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होने पर संबंधित हितग्राहियों का आवंटन निरस्त किया जाएगा। साथ ही जिन फ्लैटों पर अवैध कब्जे मिले हैं, उन्हें भी खाली कराया जाएगा।
दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में जारी है सर्वे
यह सर्वे भोपाल के दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत किए जा रहे हैं। जल्द ही पूरे क्षेत्र के सभी आवंटित आवासों की स्थिति का आंकलन कर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
